यह ख़बर 03 अप्रैल, 2013 को प्रकाशित हुई थी

यूपी डीएसपी हत्याकांड : सर्कल के सभी 103 पुलिसकर्मियों का तबादला

खास बातें

  • उत्तर प्रदेश के कुंडा में पुलिस उपाधीक्षक जिया उल हक सहित तीन लोगों की हत्या की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो की अनुशंसा पर कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अपर पुलिस अधीक्षक व चार थाना प्रभारियों को हटाने का आग्रह किया था।
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के कुंडा में पुलिस उपाधीक्षक जिया उल हक सहित तीन लोगों की हत्या की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो की अनुशंसा पर कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अपर पुलिस अधीक्षक व चार थाना प्रभारियों को हटाने का आग्रह किया था। इस आग्रह पर कार्रवाई करते हुए यूपी सरकार ने इन्हीं अधिकारियों का नहीं बल्कि इस सर्कल के चार थानों में तैनात सभी 103 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया। बता दें कि एक सर्कल में चार थाने आते हैं।

सीबीआई ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर इन पुलिस अधिकारियों को हटाने की सिफारिश की थी। पत्र में कहा गया था कि इन पुलिस अधिकारियों के कारण जांच प्रभावित हो रही है। आशंका है कि इनके प्रभाव के चलते लोग सीबीआई से खुलकर बात नहीं कर रहे हैं।

जिन पुलिस अधिकारियों को हटाने की सिफारिश की गई थी, उनमें अपर पुलिस अधीक्षक आशाराम यादव, कुंडा थाना प्रभारी प्रकाश राय, हथिगवां थाना प्रभारी निशिकांत राय, मानिकपुर थाना प्रभारी मनोज कुमार और नवाबगंज थाना प्रभारी अरविंद सिंह शामिल थे। सीबीआई के पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने बुधवार को पांचों पुलिस अधिकारियों को हटाने के आदेश दिए।

उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अरुण कुमार ने कहा कि सीबीआई ने जिन पांच अधिकारियों को हटाने की सिफारिश की थी, उन्हें हटाने की कार्रवाई की जा रही है। कुंडा परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी चारों थानों के अन्य पुलिसकर्मियों को भी हटाया जाएगा।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

उल्लेखनीय है कि 2 मार्च को कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा में उनके भाई सुरेश यादव और मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक जिया उल हक की भी हत्या कर दी गई थी।