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This Article is From Jun 14, 2021

माफिया की धमकी के बारे में बताने के एक दिन बाद ही यूपी के पत्रकार की मौत, पुलिस ने कहा 'एक्‍सीडेंट'

पत्रकार सुलभ श्रीवास्‍तव ने वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर आशंका जताई थी कि उन्‍हें जिले में शराब माफिया के खिलाफ हाल ही रिपोर्टिंग को लेकर जान का खतरा महसूस हो रहा है. 

माफिया की धमकी के बारे में बताने के एक दिन बाद ही यूपी के पत्रकार की मौत, पुलिस ने कहा 'एक्‍सीडेंट'
अपनी मौत के एक दिन पहले ही सुलभ ने पुलिस अफसरों को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया था
लखनऊ:

उत्‍तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के एक टीवी पत्रकार की रविवार की रात मौत हो गई, पुलिस ने इसे 'मोटरसाइकिल दुर्घटना' बताया है. गौरतलब है कि अपनी मौत के एक दिन पहले, ABP News और इसकी क्षेत्रीय इकाई ABP Ganga के लिए काम करने वाले सुलभ श्रीवास्‍तव ने वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर आशंका जताई थी कि उन्‍हें जिले में शराब माफिया के खिलाफ हाल ही रिपोर्टिंग को लेकर जान का खतरा महसूस हो रहा है. प्रतापगढ़ के पुलिस अधिकारी सुरेंद्र द्विवेदी ने एक बयान में कहा, 'श्रीवास्‍तव रविवार की रात करीब 11 बजे, मीडिया कवरेज के बाद मोटरसाइकिल से लौट रहे थे, इसी दौरान वे एक ईंट भट्टे के पास मोटरसाइकिल से गिर गए. कुछ मजदूरों ने उन्‍हें सड़क से उठाया और उनके कुछ दोस्‍तों को फोन किया. इन्‍होंने एंबुलेंस भी बुलाई. श्रीवास्‍तव को डिस्ट्रिक्‍ट अस्‍पताल भी ले जाया गया जहां डॉक्‍टरों ने उन्‍हें मृत घोषित कर दिया.'

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पुलिस अधिकारी सुरेंद्र द्विवेदी ने बयान में कहा, 'शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि वे बाइक पर अकेले थे और उनकी बाइक सड़क पर हैंडपंप से टकराने से वे गिर गए. वैसे हम अन्‍य एंगल से भी जांच कर रहे हैं ' दुर्घटनास्‍थल से ली गई फोटो में पत्रकार श्रीवास्‍तव को जमीन पर गिरा हुआ देखा जा सकता है और उनके चेहरे पर चोटों के निशान हैं. ऐसा लगता है कि उनके कपड़े उतार दिए हैं. उनकी शर्ट पूरी तरह से हटी हुई है और उनके पेंट के भी बटन नहीं लगे हैं और इसे नीचे खींचा गया है.

अपनी जिंदगी को खतरा बताते हुए श्रीवास्‍तव ने कथित तौर पर पुलिस को जो पत्र लिखा था, वह अब सोशल मीडिया पर सामने आया है. इसे उनके पूर्व चैनल के वरिष्‍ठ पत्रकारों ने ट्वीट किया है. पत्र में उन्‍होंने लिखा था, 'जिले में शराब माफिया के खिलाफ मेरी एक रिपोर्ट चैनल के डिजिटल प्‍लेटफॉर्म पर 9 जून को चलाई गई थी. इसके बाद से इस रिपोर्ट को लेकर चर्चाएं होने लगीं. जब मैं घर लौटा तो ऐसा महसूस हुआ कि कोई मेरा पीछा कर रहा है. मुझे अपने स्रोतों के जरिये पता लगा है कि शराब माफिया मेरी रिपोर्टिंग से नाखुश है और मुझे नुकसान पहुंचा सकता है. मेरा परिवार भी बेहद चिंतित है. 'इलाके के वरिष्‍ठ अधिकारी प्रेम प्रकाश ने ABP News को बताया था कि उन्‍हें इस पत्र के बारे में जानकारी है और उन्‍होंने स्‍थानीय पुलिस अधिकारियों को इस बारे में निर्देश दिया है. कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर यूपी में कानून व्‍यवस्‍था की स्थिति पर सवाल उठाया है और योगी आदित्‍यनाथ सरकार पर निशाना साधा है.

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