India China Standoff : केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कुछ ऐसे नियम है जो पुराने हो चुके हैं और चीनी कंपनियों को मदद पहुंचा रहे हैं. ऐसे में राष्ट्रीय हित में उनकी समीक्षा की जानी चाहिए जिससे भारतीय फर्मों को लाभ होगा. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने चीन के विरोध प्रदर्शन को बढ़ावा देने वाले सरकार के हालिया कदमों का भी समर्थन किया. चीन के खिलाफ कदमों का समर्थन करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीय उद्यमियों और ठेकेदारों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है.
गडकरी ने कहा कि भारत, चीनी कंपनियों को राजमार्ग परियोजनाओं में भाग लेने की अनुमति नहीं देगा, जिसमें संयुक्त उद्यम के माध्यम से वो शामिल हैं, बिजली मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय कंपनियों को बिजली आपूर्ति उपकरण और घटकों को चीन से आयात करने के लिए सरकार की अनुमति की आवश्यकता होगी.
साथ ही केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा, "आत्मानिर्भर भारत को चीन से न जोड़ें. हमें दुनिया में अपनी प्रतिस्पर्धा बढ़ानी होगी और इसके लिए हमें कम लागत वाली पूंजी की आवश्यकता है, हमें अपनी प्रौद्योगिकी और विदेशी निवेश को MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) में अपग्रेड करना होगा." उन्होंने कहा कि दो महीने पहले, हमें विशेष उड़ानों के माध्यम से चीन से पीपीई किट आयात करना पड़ा था. आज हमारे एमएसएमई इस तरह की अच्छी गुणवत्ता वाली किट बना रहे हैं और हम प्रति दिन 5 लाख किट का उत्पादन कर रहे हैं.
गौरतलब है कि लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय जवानों की हौसला अफजाई करने पीएम नरेंद्र मोदी भी शुक्रवार को लेह गए थे. अपने संबोधन में पीएम ने कुटिल चालें चल रहे चीन को कुछ कड़े संदेश भी दिया था. चीन को संदेश देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा-विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है. विस्तारवाद विश्व शांति एवं पूरी मानवता के लिए ख़तरा है. विस्तारवाद ने ही मानव जाति का विनाश किया.
VIDEO:हाईवे प्रोजेक्टों में चीनी कंपनियों को बैन करेगा भारत: केंद्रीय मंत्री गडकरी
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