आने वाले दिनों में त्योहारों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है. जनता संवाद के जरिए केंद्रीय मंत्री ने लोगों से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने समेत तमाम एहतियात बरतने का अनुरोध किया है. अगले हफ्ते से नवरात्र, दशहरा, धनतेरस, दीवाली, काली पूजा, लक्ष्मी पूजा समेत कई त्योहार शुरू हो रहे हैं. ऐसे में उन्होंने लोगों से उचित दूरी बनाए रखने और साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने को कहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस बावत मंत्रालय ने त्योहारों को लेकर एक दिशा निर्देश जारी किया है.
जनता संवाद में एनडीटीवी ने मंत्री से पूछा कि क्या आपको लगता है कि मंत्रालय के दिशानिर्देशों का लोग गंभीरता पूर्वक पालन करेंगे? तो मंत्री ने कहा, "त्योहारों के मौसम में कोरोना का खतरा निश्चित रूप से अधिक है और इसे लेकर हम सब चिंतित हैं. स्वयं प्रधानमंत्री जी ने त्यौहारों के मौसम को देखते हुए जन आंदोलन की शुरुआत की है. अगर आप और हम सब इस जन आंदोलन में अपनी जन भागीदारी दें तो निश्चित तौर पर त्योहारों को लेकर हमने जो दिशा निर्देश जारी किए हैं, वह खुद-ब-खुद जनता तक पहुंच जाएंगे."
उन्होंने कहा कि इस जन आंदोलन में प्रधानमंत्री जी ने कोरोना से जुड़े आचार व्यवहार का अनुसरण करने और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करने को कहा है विशेषकर सार्वजनिक स्थलों पर हमेशा मास्क पहनने और दूसरों से कम से कम 2 गज की दूरी बनाकर रखने को लेकर भी लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है.
मंत्री ने कहा, "अगर हम लोगों को यह समझा पाने में कामयाब हुए तो समझ लीजिए यह पर्व त्यौहार भी खुशियों के साथ निकल जाएंगे लेकिन यहां पर मैं एक बात और भी स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर हमने अपने पर्व और त्योहारों के दौरान कोरोना से जुड़े आचार व्यवहार का अनुसरण करने में कोताही बरती तो तो कोरोनावायरस एक बार फिर विकराल रूप ले सकता है और हम सब के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है. इसे आप मेरी चिंता भी समझें या सलाह लेकिन सच्चाई यही है."
उन्होंने कहा, "मैं लोगों से गुजारिश करना चाहूंगा कि आने वाले समय में पर्व और त्योहारों की एक लंबी श्रृंखला आने वाली है नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, करवा चौथ, दीपावली, छठ, भाई दूज, क्रिसमस जैसे कई पर्व हैं. अगर हम सब अपने इन त्योहारों पर मेक इन इंडिया वस्तुओं पर जोर दे सकें तो निश्चित रूप से अपने प्रधानमंत्री जी के आत्म निर्भर भारत के सपने को आगे बढ़ाने का काम करेंगे." उन्होंने लोगों से कहा कि कोशिश करें पाश्चात्य परंपराओं से हटकर भारतीय परंपरा का अनुसरण करें. किसी भी धर्म में कोई भी धर्म आचार्य यह नहीं कहते कि लोगों के प्राण को खतरे में डालकर त्यौहार मनाया जाना चाहिए. कभी कोई भगवान यह नहीं कहते कि उनकी पूजा के लिए आप बड़े-बड़े पूजा पंडालों में जाने की जरूरत है.
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, "अगर आपको पता हो कि बाहर आग लगी है तो आप लोगों को धर्म और त्योहारों के नाम पर उसमें कैसे झोंक सकते हैं? ऐसे त्यौहार का भला क्या मतलब है आप सच्चे मन से कहीं भी अपने भगवान का स्मरण कर सकते हैं बल्कि सच कहो तो मैं तो यही चाहूंगा कि लोग त्यौहार अपने परिवार के साथ ही मनाएं. पहले भी यही होता था जब सभी पर्व और त्योहार छोटे-छोटे समूहों में मनाए जाते थे, बड़े पंडालों और मेलों में जाने की जरूरत मैं नहीं समझता लेकिन फिर भी अगर आप अपनी धार्मिक भावनाओं और मान्यताओं के अनुरूप किसी पूजा पंडाल में जाते हैं तो मेरी हाथ जोड़कर आप सभी से प्रार्थना है कि 2 गज की दूरी का पूरा ध्यान रखें और मास्क जरूर पहने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें. मैं इतनी बातें इसलिए कह रहा हूं क्योंकि देश के स्वास्थ्य मंत्री के नाते यह मेरा पहला धर्म है लोगों के प्राणों की रक्षा करना."
उन्होंने कहा कि आज सच्चाई यह है कि देश में कुछ शहर ऐसे हैं जो इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित हैं जैसे कोझीकोड, मुम्बई, ठाणे, पुणे. इन दो राज्यों महाराष्ट्र और केरल की अर्थव्यवस्था बिल्कुल नीचे आ गई है. कुछ शहरों में इस कोरोना वायरस के फिर से सर उठाने से स्तिथि बहुत खराब हो गई है। इन सब को ध्यान में रखते हुए हमें अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से उठाने की रणनीति पर फिर से काम करना होगा. ध्यान रखें कि हमें बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा, "कुरुक्षेत्र की रणभूमि में श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि अपने धर्म का पालन करो और इस समय धर्म कहता है कि कोरोना के ख़िलाफ़ युद्ध करो चाहे कुछ भी हो."
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