श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर की मुख्य विपक्षी पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर से अशांत क्षेत्र अधिनियम की सीमित वापसी की मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की हाल ही घोषणा से अतिशय भ्रम पैदा हुआ है और उसकी कीमत आम नागरिकों को चुकानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न घटकों के बीच तालमेल के अभाव स्थिति बदतर होती जा रही है और ऐसा जान पड़ता है कि घोषणा होने के बाद ही बहस होने लगी। मुफ्ती ने कहा, ऐसा जान पड़ता है कि मुख्यमंत्री ने एएफएसपीए की प्रस्तावित वापसी के बारे में घोषणा करने में जल्दीबाजी दिखाने से पहले अपना होम वर्क नहीं किया। पिछले दो दिनों में कई आतंकवादी हमले हुए हैं।