युगांडा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उसने उन्हें कोई चिट्ठी नहीं लिखी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने सोमवार को कहा, 'युगांडा के उच्चायोग ने पुष्टि की है कि उन्होंने दिल्ली सरकार के किसी भी व्यक्ति को कोई चिट्ठी नहीं लिखी है।'
इससे पहले, दिल्ली के चार पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग को लेकर धरने पर बैठे केजरीवाल ने कहा था कि युगांडा उच्चायोग की महिला प्रतिनिधि ने दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती को पत्र लिख कर देह व्यापार और मादक पदार्थो के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उनका आभार जताया है।
केजरीवाल ने युगांडा उच्चायोग की महिला प्रतिनिधि की लिखी कथित चिट्ठी को हवा में लहराकर दिखते हुए कहा था, 'उन्होंने शुक्रवार को हमें कार्रवाई के लिए शुक्रिया कहा है। उन्होंने कहा कि युगांडा से कई महिलाओं को काम देने के नाम पर लाया जाता है और उन्हें देह व्यापार में झोंक दिया जाता है।'
दरअसल, पिछले दिनों एक छापे के दौरान केजरीवाल सरकार के मंत्री और पुलिस के बीच विवाद के बाद पुलिस और दिल्ली सरकार के बीच तनातनी की स्थिति बनी हुई है। केजरीवाल आरोपी पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि पुलिस का कहना है कि मंत्री सोमनाथ भारती ने उनके काम में हस्तक्षेप किया। दिल्ली के खिड़की एक्सटेंशन इलाके में दिल्ली सरकार के कानून मंत्री सोमनाथ भारती के छापे के बाद यह मामला गरमाया था।
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