हजरत निजामुद्दीन दरगाह के दो सूफी मौलाना पाकिस्तान में लापता
नई दिल्ली:
दिल्ली की जानी-मानी हजरत निजामुद्दीन दरगाह के दो सूफी मौलाना पाकिस्तान में लापता हो गए हैं. निज़ामुद्दीन औलिया दरगाह के मुख्य खादिम सैयद आसिफ़ अली निज़ामी और उनके भतीजे नाज़िम निजामी आखिरी बार लाहौर की दाता दरगाह में देखे गए थे. उन्हें लाहौर से कराची जाना था. पीटीआई की खबर के मुताबिक- आसिफ निजामी को कराची जाने दिया गया, लेकिन नाजिम को यात्रा सबंधी कागज़ात पूरे न होने पर एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया. इसके बाद से वे लापता हैं जबकि आसिफ निज़ामी कराची पहुंचने के बाद से लापता है. इसके बाद आसिफ के बेटे साजिद आसिफ़ निज़ामी ने विदेश मंत्रालय में सूचना दी है. उनका कहना है कि बहुत कोशिश करने के बाद संपर्क नहीं हो पा रहा है.
भारत ने गुरुवार को सूफी मौलानाओं के पाकिस्तान में रहस्यमय हालात में लापता होने का मसला वहां की सरकार के सामने उठाया है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ये दोनों लाहौर से कराची जा रहे थे, तभी लापता हुए. पाकिस्तान सरकार से कहा गया है कि वह इनकी तलाश कर हमारे यहां वापस करें. निजामुद्दीन के लाहौर में दाता दरबार से संबंध हैं. दोनों के खादिम हर साल एक दूसरे के यहां आते-जाते रहते हैं.
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पाकिस्तान में लापता हुए दो भारतीय सूफी मौलवियों के संबंध में पाकिस्तानी प्रशासन से बात की है. सुषमा ने ट्वीट किया, भारतीय नागरिक सैयद आसिफ अली निजामी (80) और उनके रिश्तेदार नाजिम अली निजामी 8 मार्च को पाकिस्तान गए थे. विदेश मंत्री ने कहा, हमने इस मामले में पाकिस्तान सरकार से बात की है और उन्हें इस बारे में ताजा जानकारी देने को कहा है. दोनों मौलवी बाबा फरीद की दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए 13 मार्च को लाहौर गए थे. मौलवियों ने 14 मार्च को लाहौर में ही स्थित एक अन्य दरगाह दाता दरबार में भी चादर चढ़ाई थी. अगले दिन जब वे कराची की उड़ान में सवार होने के लिए हवाईअड्डे पर पहुंचे तो नाजिम अली निजामी को कुछ कागजातों की जांच पूरी कराने के लिए रोक दिया गया और सैयद आसिफ अली निजामी को विमान में सवार होने को कहा गया था. उन्होंने कराची हवाईअड्डे पर अपने रिश्तेदारों को उन्हें लेने के लिए बुलाया था, लेकिन वह बाहर नहीं आए. उसके बाद से ही उनके मोबाइल फोन बंद हैं और भारत में उनका परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा. (इनपुट्स आईएएनएस से भी)
भारत ने गुरुवार को सूफी मौलानाओं के पाकिस्तान में रहस्यमय हालात में लापता होने का मसला वहां की सरकार के सामने उठाया है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, ये दोनों लाहौर से कराची जा रहे थे, तभी लापता हुए. पाकिस्तान सरकार से कहा गया है कि वह इनकी तलाश कर हमारे यहां वापस करें. निजामुद्दीन के लाहौर में दाता दरबार से संबंध हैं. दोनों के खादिम हर साल एक दूसरे के यहां आते-जाते रहते हैं.
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पाकिस्तान में लापता हुए दो भारतीय सूफी मौलवियों के संबंध में पाकिस्तानी प्रशासन से बात की है. सुषमा ने ट्वीट किया, भारतीय नागरिक सैयद आसिफ अली निजामी (80) और उनके रिश्तेदार नाजिम अली निजामी 8 मार्च को पाकिस्तान गए थे. विदेश मंत्री ने कहा, हमने इस मामले में पाकिस्तान सरकार से बात की है और उन्हें इस बारे में ताजा जानकारी देने को कहा है. दोनों मौलवी बाबा फरीद की दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए 13 मार्च को लाहौर गए थे. मौलवियों ने 14 मार्च को लाहौर में ही स्थित एक अन्य दरगाह दाता दरबार में भी चादर चढ़ाई थी. अगले दिन जब वे कराची की उड़ान में सवार होने के लिए हवाईअड्डे पर पहुंचे तो नाजिम अली निजामी को कुछ कागजातों की जांच पूरी कराने के लिए रोक दिया गया और सैयद आसिफ अली निजामी को विमान में सवार होने को कहा गया था. उन्होंने कराची हवाईअड्डे पर अपने रिश्तेदारों को उन्हें लेने के लिए बुलाया था, लेकिन वह बाहर नहीं आए. उसके बाद से ही उनके मोबाइल फोन बंद हैं और भारत में उनका परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा. (इनपुट्स आईएएनएस से भी)
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