सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर (Twitter) ने शु्क्रवार को कहा कि उसकी नीतियां कभी राजनीतिक विचारधारा पर आधारित नहीं होतीं. देश में राजनीतिक तौर पर पक्षपाती रवैये के आरोपों को ट्विटर ने खारिज किया है. ट्विटर ने कहा कि कंपनी राजनीतिक विचार या विचारों के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं करती और न ही राजनीतिक विचारधारा के हिसाब से कोई कदम उठाती है. भारत को ट्विटर अपने सबसे बड़े बाजारों में मानती है. कंपनी का यह बयान ऐसे समय आया है कि जबकि सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय समिति ने ट्विटर के अधिकारियों को 11 फरवरी को उसके समक्ष पेश होने को कहा है. नागरिकों के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अधिकारों की सुरक्षा के मुद्दे पर ट्विटर के अधिकरियों को बुलाया गया है.
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ट्विटर ने बयान में कहा, ‘हाल के सप्ताहों में ट्विटर और राजनीतिक विचारधारा को लेकर काफी बहस हुई है. हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि ट्विटर ऐसा मंच है जहां विभिन्न क्षेत्रों की आवाजे देखी सुनी जा सकती हैं। हम मुक्ततउा, पारदर्शिता तथा किसी तरह का भेदभावर नहीं करने वाले सिद्धान्तों को लेकर प्रतिबद्ध हैं.'
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दक्षिणपंथी संगठन ‘यूथ फॉर सोशल मीडिया डेमोक्रेसी' ने हाल में ट्विटर के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था और आरोप लगाया था कि उसका रुख दक्षिणपंथी विरोध का है और वह उनके खातों को बंद कर रही है. शुक्रवार को जारी बयान में सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने कहा कि कंपनी अपनी नीतियां बिना किसी पक्षपात के लागू करती है और वह किसी तरह का भेदभाव नहीं करने और जनहित को लेकर प्रतिबद्ध है.
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