मुम्बई:
मुम्बई और तटीय महाराष्ट्र में लगातार दूसरे दिन सोमवार को हो रही भारी बारिश की वजह से इलाके में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
बृहनमुम्बई महानगर पालिका की आपदा नियंत्रण इकाई के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को मुम्बई एवं इसके उपनगरीय इलाके में पानी जम जाने और कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाने से लोगों एवं वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
मलाड, अंधेरी, वर्सोवा, दादर, परेल, चेम्बुर, पूर्वी उपनगर के प्रमुख एलबीएस मार्ग के विभिन्न हिस्से और मरोल-साकी नाका इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
मलाड और अंधेरी के दो भूमिगत मार्गो में तीन फुट पानी जम जाने से यह बाढ़ग्रस्त हो गया है जिससे पूरब से पश्चिम की तरफ यातायात बाधित हो गया है।
लोकल ट्रेन्स निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। मध्य रेलवे की गाड़ियां 20 मिनट की देरी, पश्चिमी रेलवे की 15 मिनट और हार्बर लाइन की गाड़ियां 30 मिनट की देरी से चल रही हैं। इस देरी से सुबह-सुबह यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार सुबह 5.30 बजे से सोमवार सुबह 5.30 बजे तक दक्षिणी मुम्बई में 9.04 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है जबकि उपनगरीय इलाकों में इस दौरान 18.01 सेंटीमीटर बारिश हुई है।
मौसम विभाग ने मुम्बई सहित तटीय इलाके के कई हिस्सों में सोमवार और मंगलवार को तेज हवाओं के साथ अत्यधिक भारी बारिश होने की सम्भावना व्यक्त की है और मछुआरों को अरब सागर न जाने की सलाह दी है।
शनिवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश से ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे, वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे, जोगेश्वरी-विक्रोली लिंक रोड और महत्वपूर्ण सड़कों पर गाड़ियां रेंग रही हैं।
मुम्बईवासियों ने सप्ताहांत का मजा जहां दावत और पिकनिक के साथ लिया वहीं सोमवार को हो रही भारी बारिश से उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, यहां गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार को स्कूल खुल गए हैं।
मानसून राज्य के अन्य इलाकों में भी प्रवेश कर गया है, जिससे पानी की कमी और गर्म हवाओं से लोगों को राहत मिली है। अब तक, इस मानसून में 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
बृहनमुम्बई महानगर पालिका की आपदा नियंत्रण इकाई के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को मुम्बई एवं इसके उपनगरीय इलाके में पानी जम जाने और कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाने से लोगों एवं वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
मलाड, अंधेरी, वर्सोवा, दादर, परेल, चेम्बुर, पूर्वी उपनगर के प्रमुख एलबीएस मार्ग के विभिन्न हिस्से और मरोल-साकी नाका इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
मलाड और अंधेरी के दो भूमिगत मार्गो में तीन फुट पानी जम जाने से यह बाढ़ग्रस्त हो गया है जिससे पूरब से पश्चिम की तरफ यातायात बाधित हो गया है।
लोकल ट्रेन्स निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। मध्य रेलवे की गाड़ियां 20 मिनट की देरी, पश्चिमी रेलवे की 15 मिनट और हार्बर लाइन की गाड़ियां 30 मिनट की देरी से चल रही हैं। इस देरी से सुबह-सुबह यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार सुबह 5.30 बजे से सोमवार सुबह 5.30 बजे तक दक्षिणी मुम्बई में 9.04 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है जबकि उपनगरीय इलाकों में इस दौरान 18.01 सेंटीमीटर बारिश हुई है।
मौसम विभाग ने मुम्बई सहित तटीय इलाके के कई हिस्सों में सोमवार और मंगलवार को तेज हवाओं के साथ अत्यधिक भारी बारिश होने की सम्भावना व्यक्त की है और मछुआरों को अरब सागर न जाने की सलाह दी है।
शनिवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश से ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे, वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे, जोगेश्वरी-विक्रोली लिंक रोड और महत्वपूर्ण सड़कों पर गाड़ियां रेंग रही हैं।
मुम्बईवासियों ने सप्ताहांत का मजा जहां दावत और पिकनिक के साथ लिया वहीं सोमवार को हो रही भारी बारिश से उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, यहां गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार को स्कूल खुल गए हैं।
मानसून राज्य के अन्य इलाकों में भी प्रवेश कर गया है, जिससे पानी की कमी और गर्म हवाओं से लोगों को राहत मिली है। अब तक, इस मानसून में 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
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