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This Article is From Jun 04, 2019

TOP 5 NEWS: अलग-अलग राज्यों में कांग्रेस में बगावत और अखिलेश यादव ने दिया मायावती को जवाब

बीएसपी सुप्रीमो मायावती  के विधानसभा उप चुनाव में अकेले लड़ने के ऐलान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि  गठबंधन टूटा है या जो गठबंधन पर कहा गया है उस पर सोच समझ कर विचार करेंगे.

TOP 5 NEWS: अलग-अलग राज्यों में कांग्रेस में बगावत और अखिलेश यादव ने दिया मायावती को जवाब
अखिलेश यादव ने मायावती को दिया जवाब
नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कई राज्यों में कांग्रेस के अंदर बगावत के सुर फूट रहे हैं. अभी तक कई विधायकों और नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है. हालात यह हैं कि मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों के बीच भी पटरी नहीं खा रही है. राजस्थान में जहां सीएम अशोक गहलोत  ने अपने बेटे वैभव गहलोत के सिर पर हार का ठीकरा फोड़ा है. वहीं, बीएसपी सुप्रीमो मायावती  के विधानसभा उप चुनाव में अकेले लड़ने के ऐलान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि  गठबंधन टूटा है या जो गठबंधन पर कहा गया है उस पर सोच समझ कर विचार करेंगे. समाजवादी पार्टी भी उपचुनाव के लिए तैयार है. सपा अकेली लड़ेगी. उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की कैबिनेट पद को लेकर भाजपा के साथ चल रही अनबन के बीच लालू प्रसाद यादव ने उन्हें न्योता दिया है. हालही लोकसभा चुनाव में बिहार में खाता खोलने में नाकाम रही लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी राजद ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में वापस आने का न्योता दिया है. वहीं, लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उम्मीदवारों के नाम पर मंथन कर रहा है तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी, राधामोहन सिंह एवं वीरेन्द्र कुमार सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को इस पद की दौड़ में शामिल माना जा रहा है. उधर, बिहार के बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मोदी कैबिनेट में पशुपालन, डेयरी और मतस्य मंत्रालय का जिम्मा मिला है. गिरिराज सिंह लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के साथ-साथ पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल हुए.


1. महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक- गुजरात और राजस्थान तक कांग्रेस में बगावत और नाराजगी, राधाकृष्ण पाटिल मिले देवेंद्र फडणवीस से

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लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कई राज्यों में कांग्रेस के अंदर बगावत के सुर फूट रहे हैं. अभी तक कई विधायकों और नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है. हालात यह हैं कि मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों के बीच भी पटरी नहीं खा रही है. राजस्थान में जहां सीएम अशोक गहलोत  ने अपने बेटे वैभव गहलोत के सिर पर हार का ठीकरा फोड़ा है तो मध्य प्रदेश में गुना सीट से हार का स्वाद चख चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री ठीक से प्रदर्शन नहीं कर पाए. उनका निशाना जाहिर तौर पर सीएम कमलनाथ की ओर था जो अपने बेटे नकुलनाथ को छिंदवाड़ा से जिताने में लगे रहे. दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में भी सालों से मुख्यमंत्री पद का सपना देख रहे कई वरिष्ठ नेता पार्टी के प्रदर्शन पर चुप्पी साधे हुए हैं. बात करें महाराष्ट्र की तो यहां पर पार्टी के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व से नाराज होकर विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि अपने बेटे तक के लिए भी प्रचार नहीं किया है. उन्हें पार्टी आलाकमान से कोई शिकायत नहीं है, जिसने मुझे विपक्ष का नेता बनने का मौका दिया है. पाटिल ने कहा, 'मैंने अछ्छा काम करने की कोशिश की है. लेकिन हालात ने मुझे इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया है'. इसके बाद वीखे ने महाराष्ट्र के सीएम से भी मुलाकात की है.


2. मायावती को अखिलेश यादव का जवाब, गठबंधन नहीं तो अकेले लड़ेंगे उप चुनाव, रास्ते अलग-अलग तो सबको बधाई

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बीएसपी सुप्रीमो मायावती  के विधानसभा उप चुनाव में अकेले लड़ने के ऐलान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि  गठबंधन टूटा है या जो गठबंधन पर कहा गया है उस पर सोच समझ कर विचार करेंगे. समाजवादी पार्टी भी उपचुनाव के लिए तैयार है. सपा अकेली लड़ेगी. गौरतलब है कि  बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुछ सीटों के लिये संभावित उपचुनाव अपने बलबूते लड़ने की पुष्टि करते हुये स्पष्ट किया है कि इससे सपा के साथ गठबंधन के भविष्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा, गठबंधन बरकरार रहेगा. मायावती ने मंगलवार को अपने बयान में कहा कि उनकी पार्टी अपने बलबूते उपचुनाव लड़ेगी, लेकिन सपा से गठबंधन बरकरार रहेगा. उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव से उनके रिश्ते कभी खत्म नहीं होने वाले हैं. ‘‘ सपा के साथ यादव वोट भी नहीं टिका रहा. अगर सपा प्रमुख अपने राजनीतिक कार्यों के साथ अपने लोगों को मिशनरी बनाने में सफल रहे तो साथ चलने की सोचेंगे. फिलहाल हमने उपचुनावों में अकेले लड़ने का फैसला किया है.''

3. मंत्री पद को लेकर BJP से 'नाराज' चल रहे नीतीश को मिला लालू का न्योता, कहा- फिर एकजुट होने का समय

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की कैबिनेट पद को लेकर भाजपा के साथ चल रही अनबन के बीच लालू प्रसाद यादव ने उन्हें न्योता दिया है. हालही लोकसभा चुनाव में बिहार में खाता खोलने में नाकाम रही लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी राजद ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में वापस आने का न्योता दिया है. नीतीश कुमार साल 2017 में महागठबंधन से अलग हो गए थे. यह औपचारिक न्योता राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने सोमवार को पटना में दिया. लालू यादव के करीबी समझे जाने वाले सिंह ने मीडिया से कहा कि अब फिर से एकजुट होने का समय आ गया है, क्योंकि भाजपा आने वाले दिनों में नीतीश कुमार का केवल "अपमान" करेगी. बाद में पार्टी नेकहा कि यह अपील केवल नीतीश कुमार के लिए नहीं थी, बल्कि सभी गैर भाजपाई पार्टियों को साथ आना चाहिए.


4. कौन बनेगा लोकसभा अध्यक्ष? इन तीन नामों की है सबसे ज्यादा चर्चा

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लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उम्मीदवारों के नाम पर मंथन कर रहा है तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी, राधामोहन सिंह एवं वीरेन्द्र कुमार सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को इस पद की दौड़ में शामिल माना जा रहा है. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संभावित उम्मीदवारों में पूर्व केन्द्रीय मंत्री जुएल ओराम और एस एस अहलुवालिया के भी नाम शामिल हैं. आठ बार सांसद बन चुकी मेनका गांधी भाजपा की सबसे अनुभवी लोकसभा सदस्य हैं और वह अध्यक्ष पद के लिए एक स्वाभाविक विकल्प हैं. सत्रहवीं लोकसभा में सबसे अनुभवी सांसद होने के कारण उन्हें कार्यवाहक अध्यक्ष चुना जा सकता है. राधामोहन सिंह भी छह बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं और उन्हें भी अध्यक्ष पद के लिए एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है. सिंह की संगठन पर गहरी पकड़ है तथा उनकी छवि विनम्र एवं सबको साथ लेकर चलने वाले नेता की है. सूत्रों ने कहा कि वीरेन्द्र कुमार भी छह बार से सांसद हैं और उनकी दलित छवि उनके पक्ष में काम कर सकती है. 


5. इफ्तार पार्टी में दिखे नीतीश कुमार, रामविलास पासवान, सुशील मोदी तो गिरिराज सिंह बोले- इतनी ही चाहत से नवरात्रि पर...

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बिहार के बेगूसराय से सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मोदी कैबिनेट में पशुपालन, डेयरी और मतस्य मंत्रालय का जिम्मा मिला है. गिरिराज सिंह लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के साथ-साथ पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल हुए. चुनाव के दौरान कई बार उनके द्वारा दिए गए बयानों पर सवाल भी उठे, हालांकि अब फिर से अटैक के मूड में आ गए हैं. गिरिराज सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कुछ तस्वीरों के साथ एक ट्वीट किया, जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीजेपी नेता सुशील मोदी, जीतनराम मांझी, रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान एक साथ इफ्तार पार्टी में दिखाई दे रहे हैं.

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