बसपा सुप्रीमो मायावती के भाई आनंद कुमार और भाभी विचित्र लता के नोएडा स्थित 400 करोड़ रुपए कीमत के बेनामी' प्लाट को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है. यूपी के ही सोनभद्र जिले में ज़मीन से जुड़े विवाद को लेकर हुए नरसंहार में ग्राम प्रधान सहित 11 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में ग्राम प्रधान के भतीजे समेत 24 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. हालांकि, मुख्य आरोपी प्रधान अभी फरार है. बिहार के मुजफ्फरपुर के शिवाईपट्टी थाना के शीतलपट्टी गांव से नदी में डूबे एक बच्चे अर्जुन की तस्वीर वायरल हो रही है. एक ओर कहा जा रहा है कि बच्चे की मौत डूबने से हुई, वहीं इस मामले में ऐसी भी बात सामने आई है कि बच्चे की मां ने खुद उसे नदी में फेंक दिया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अब दिल्ली की कच्ची बस्तियां वैध हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के लिए जल्द रजिस्ट्री खुल जाएगी. मध्यप्रदेश में सीधी के जिला अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन के लिए आए करीब 500 एनीमिक बच्चों में से करीब 400 बच्चों को जिला अस्पताल और नर्सिंग होम में भर्ती कराया जा सका. इसके बाद बाकि बचे 100 बच्चों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल पाने पर कलेक्टर अभिषेक सिंह ने मौके पर पहुंच कर सभी बच्चों को अपने बंगले में भेज दिया और उनके परिजनों के रहने और खाने पीने की व्यवस्था की.
मायावती के भाई पर आयकर विभाग का शिकंजा, 400 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
आयकर विभाग ने बसपा प्रमुख मायावती के भाई और भाभी का नोएडा स्थित 400 करोड़ रुपए कीमत का ‘बेनामी' प्लाट जब्त किया. आधिकारिक आदेश के अनुसार आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के ‘लाभकारी मालिकाना हक' वाले सात एकड़ के भूखंड को जब्त करने का अस्थाई आदेश विभाग की दिल्ली स्थित बेनामी निषेध इकाई (बीपीयू) ने 16 जुलाई को जारी किया था. आदेश की प्रति के अनुसार बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम 1988 की धारा 24(3) के तहत आदेश जारी किया गया. आदेश के अनुसार जब्त की गई सम्पत्ति को कुमार और उनकी पत्नी की ‘बेनामी' समझा जाएगा जो कि 28,328.07 वर्ग मीटर या करीब सात एकड़ में फैली है. आदेश में जब्त की गई सम्पत्ति की कीमत 400 करोड़ रुपए है. कानून के अनुसार बेनामी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले को सात साल कठोर कारावास और 'बेनामी' सम्पत्ति के बाजार में कीमत का 25 प्रतिशत जुर्माने के तौर पर भी देना पड़ सकता है.
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में ज़मीन से जुड़े विवाद को लेकर हुए नरसंहार में ग्राम प्रधान सहित 11 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, और नरसंहार में इस्तेमाल किए गए हथियारों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस मामले में ग्राम प्रधान के भतीजे समेत 24 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. हालांकि, मुख्य आरोपी प्रधान अभी फरार है. 16 जुलाई को 32 ट्रैक्टर-ट्रालियों में भरकर प्रधान समेत 300 लोग ज़मीन पर कब्ज़ा करने पहुंचे थे. स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. इसके बाद ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों ने स्थानीय ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. इस नरसंहार में 10 लोगों की मौत हुई थी जबकि 23 लोग ज़ख्मी हुए थे.
वायरल हो रही 3 महीने के बच्चे के शव की फोटो, आखिर क्या है इस मामले की सच्चाई?
मुजफ्फरपुर के शिवाईपट्टी थाना के शीतलपट्टी गांव से नदी में डूबे एक बच्चे की तस्वीर वायरल हो रही है. एक ओर कहा जा रहा है कि बच्चे की मौत डूबने से हुई, वहीं इस मामले में कुछ विरोधी बातें भी सामने आ रही हैं. मामला यह बताया जा रहा है कि शीतलपट्टी के शीतलपुर निवासी शत्रुघ्न राम की पत्नी रीना देवी बागमती नदी के किनारे कपड़े धोने और नहाने गई थीं. रीना देवी के साथ उनके 4 बच्चे भी गए थे जो नदी के किनारे खेल रहे थे. अचानक उनका एक बच्चा पानी में फिसल गया और उसकी मौत हो गई. हालांकि उसे बचाने पानी में उतरे तीन बच्चों में से दो और की मौत हो गई.
इस मामले में डीएम का कहना है, 'ग्रामीणों के द्वारा और रीना की 7 साल की बच्ची ने जो बताया उसके मुताबिक रीना देवी का अपने पति के साथ विवाद हुआ था. जिसके बाद रीना ने बच्चों को पानी में फेंक दिया था. गांव वालों ने जब देखा तो उन्होंने बच्चों और रीना देवी को पानी से बाहर निकाला. इस मामले में कोई मुआवजे का ऐलान नहीं किया गया है क्योंकि यह एक अपराध का मामला है. इसका बाढ़ से कोई लेना-देना नहीं है. इसे हत्या करने का प्रयास माना जा सकता है.'
अब दिल्ली में वैध होंगी कच्ची बस्तियां, मालिकाना हक का सपना होगा पूरा: केजरीवाल
दिल्ली में गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि अब दिल्ली की कच्ची बस्तियां वैध हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के लिए जल्द रजिस्ट्री खुल जाएगी, उनका मालिकाना हक का सपना पूरा होने वाला है. इससे पहले हमेशा उनके साथ धोखा होता रहा, चुनाव के वक्त वादे होते थे बाद में सब भूल जाते थे. केजरीवाल ने कहा कि जैसे ही हमारी सरकार बनी हमने इस पर काम शुरू कर दिया. 2 नवंबर 2015 को हमने कैबिनेट प्रस्ताव पास किया था और केंद्र सरकार को भेज दिया. बुधवार शाम को केंद्र से सकारात्मक जवाब आया है. केंद्र सरकार को शुक्रिया और बधाई. केंद्र ने कुछ सवाल पूछे हैं. मैंने अधिकारियों को कहा है तीन-चार दिन में केंद्र सरकार को संतोषजनक जवाब दें. |
500 में से 100 बीमार बच्चों को नहीं मिला बेड तो कलेक्टर ने खोल दिया अपना बंगला
मध्यप्रदेश में सीधी जिले के कलेक्टर अभिषेक सिंह ने बुधवार को जिला अस्पताल में ब्लड ट्रांसफ्यूजन के लिए जिले के करीब 500 एनीमिक बच्चों को लेकर उनके परिजन पहुंचे थे. इनमें से करीब 400 बच्चों को जिला अस्पताल और नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. वहीं, 100 बच्चों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल पाया. कई बच्चों की हालत बिगड़ने लगी जिसका जानकारी कलेक्टर अभिषेक सिंह को दी गई. मौके पर पहुंचे कलेक्टर ने सभी बच्चों को अपने बंगले में भेज दिया और उनके परिजनों के रहने और खाने पीने की व्यवस्था की. अस्पताल प्रबंधन के द्वारा कलेक्टर को बताया गया कि अस्पताल में विशेषक डॉक्टरों की कमी है जिसके बाद कलेक्टर ने संभागायुक्त से चर्चा करके रीवा से करीब 6 टेक्नीशियन को बुलाया.
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