देश के 22 शहरों में महंगा हुआ टमाटर, सरकार ने हाथ खड़े किए

देश के 22 शहरों में महंगा हुआ टमाटर, सरकार ने हाथ खड़े किए

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली:

दिल्ली की ओखला मंडी के टमाटर व्यापारी कलुआ कुरैशी आजकल तनाव में हैं। नासिक से टमाटर की सप्लाई कम आ रही है और वह महंगा भी होने से उनका व्यापार घट गया है। दरअसल इस सीज़न में दिल्ली की सब्जी मंडियों में जितना टमाटर पहुंचता था उतना इस बार नहीं पहुंचा है। नासिक में फसल खराब होने से उत्पादन कम हुआ है और माल कम आने से दिल्ली की मंडियों में महंगा बिक रहा है।

नासिक में स्टॉक कम, ट्रांसपोर्टेशन महंगा
कलुआ कुरैशी कहते हैं, "दिल्ली की मंडियों में सबसे ज्यादा टमाटर नासिक की मंडियों से आता है। इस बार नासिक के व्यापारियों के पास स्टॉक कम है जिस वजह से वहां से माल की महंगे रेट पर सप्लाई हो रही है।" ओखला मंडी के सब्जी व्यापारी इल्यास बाबा कहते हैं, "टमाटर महंगा होने की दूसरी वजह  ट्रांसपोर्ट का बढ़ता खर्च है। पिछले एक महीने में नासिक से दिल्ली सामान लाने के लिए एक ट्रक का किराया 35000 से बढ़कर 55000 हो गया है।"

लोगों ने खपत में कर दी कटौती
टमाटर महंगा होने से उसकी बिक्री घट गई है क्योंकि लोगों ने खपत में कटौती करना शुरू कर दिया है। विष्णु कहते हैं, "पहले अगर हम 10 किलो खरीदते थे तो अब 5 किलो ही टमाटर खरीदते हैं क्योंकि अब टमाटर पर खर्च काफी बढ़ गया है।"

सिलिगुड़ी में टमाटर 75 रुपये प्रति किलो
खाद्य मंत्रालय के उपभोक्ता विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक 16 नवंबर से 20 नवंबर के बीच देश के 22 अहम शहरों में टमाटर महंगा हुआ। इन पांच दिनों में टमाटर के दाम में 8 शहरों में 10 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी सिलिगुड़ी में दर्ज हुई, जहां टमाटर 35 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 75 रुपये प्रति किलो हो गया। यानी 40 रुपये की बढ़ोत्तरी। उधर धर्मशाला में बढ़ोत्तरी 20 रुपये दर्ज हुई। हिसार में भी 20 रुपये प्रति किलो, गुड़गांव में 14 रु प्रति किलो और मुंबई में 14 रु प्रति किलो टमाटर महंगा हुआ।

पासवान ने दी सफाई, महंगाई की वजह सीजनल
बिहार के चुनावों में भी महंगाई मुद्दा बनी। खुद खाद्य मंत्री रामविलास पासवान वहां लगे रहे। अब उनके लिए सफाई देना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली में राज्यों के खाद्य सचिवों की बैठक के बाद पासवान ने कहा, "टमाटर महंगा होने का कारण सीज़नल है। टमाटर को ट्रांसपोर्ट करने में आ रही दिक्कतें भी एक बड़ी वजह है। टमाटर के उत्पादन में कोई कमी नहीं आई है। उसकी जमाखोरी भी नहीं की जा सकती है।"

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दरअसल टमाटर की महंगाई को लेकर अब केंद्र सरकार हाथ खड़े करती नजर आ रही है। उसका कहना है, टमाटर मौसम की वजह से महंगा हो रहा है। लाने-ले जाने का खर्च भी बढ़ गया है। यानी सरकार इस महंगाई के लिए जिम्मेदार नहीं। अब चुटकियों में महंगाई दूर करने का सरकारी दावा भूल जाइए। मौसम या कारोबारियों की मेहरबानी हुई, तभी आपको मिलेगा सस्ता टमाटर।