नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र का बुधवार को आख़िरी दिन है। अब भी जीएसटी और लैंड बिल पर पेच फंसा हुआ है। सरकार इन दोनों बिलों पर विपक्ष को समझाने और मनाने में विफल रही है। लेकिन मोदी सरकार के लिए खुशी की खबर ये है कि सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में 'ब्लैक मनी बिल' पास कराने पर सरकार और कांग्रेस में बात बन गई है।
जीएसटी बिल राज्यसभा में जाकर अटका हुआ है, जबकि भूमि अधिग्रहण बिल पर भी बात आगे नहीं बढ़ पाई है। लैंड बिल को संयुक्त समिति और जीएसटी बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा गया है।
बजट सत्र के पिछले कुछ दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए। राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की कंपनी पूर्ति ग्रुप पर सीएजी रिपोर्ट के नाम हंगामा होता रहा, जबकि लोकसभा में किसानों और अमेठी में फूड पार्क का मुद्दा छाया रहा।
हांलाकि 'ब्लैक मनी बिल' पर सरकार ने विपक्ष को मनाने में सफलता हासिल की है। उम्मीद की जा रही कि राज्यसभा में ये बिल बुधवार को पास करा लिया जाएगा।
इससे पहले मंगलवार को भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भूमि अधिग्रहण बिल पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को दिनदहाड़े लूट रही है और अगर वे संसद में इस बिल को नहीं रोक पाए तो वे सड़कों पर इसे रोकेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि इन्होंने लैंड बिल की हत्या की है। भूमि अधिग्रहण बिल पर राहुल गांधी सत्ता पक्ष के शोर-शराबे के बावजूद एक के बाद एक हमले करते रहे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की ज़मीन छीन रही है।
राहुल को मालूम है कि इस बिल पर वे सरकार को आसानी से घेर लेंगे। राज्यसभा के बहुमत के अलावा आम किसानों के गुस्से की भी उन्हें ख़बर है। दरअसल ये भूमि बिल कांग्रेस के लिए अपनी खोई हुई राजनीतिक ज़मीन हासिल करने का मामला भी है।