फाइल फोटो...
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को कहा कि 5 नवंबर को होने वाले रजत जयंती समारोह की तैयारी में जुटा हूं. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि बिहार के बाद ओडिशा में भी गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ने की योजना थी, लेकिन पार्टी के भीतर के लोगों ने ही साजिश के तहत इसे नाकाम कर दिया. शिवपाल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडे का इस्तेमाल करो.
लखनऊ पार्टी कार्यालय पर लोहिया वाहिनी की बैठक के दौरान शिवपाल मीडिया से बातचीत कर रहे थे. जब उनसे अखिलेश की रथ यात्रा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "3 को रथ यात्रा है तो 5 नवंबर को रजत जयंती. रजत जयंती की तैयारियों में जुटा हूं."
उन्होंने कहा, "बिहार के बाद ओडिशा में भी गठबंधन का प्लान था, लेकिन हमारी पार्टी में ही लोगों ने साजिश कर दी." उन्होंने कहा, "नेता जी का अपमान नहीं सहेंगे. मैं अपना अपमान बर्दाश्त कर सकता हूं, लेकिन नेता जी का नहीं. समाजवादी इतिहास को पढ़ना होगा. समाजवादी पार्टी में अनुशासन भी जरूरी है."
शिवपाल ने कहा कि 24 अक्टूबर को आपने देखा ही क्या हुआ. जिनको नहीं आना था वो भी आ गए. 5 नवंबर को सब कार्यकर्ता तैयार रहें. 5 नवंबर के बाद फील्ड में निकलेंगे. साम, दाम, दंड और भेद सबका इस्तेमाल करो.
इससे पहले समाजवादी लोहिया वाहिनी की बैठक को संबोधित करते हुए शिवपाल ने कहा कि पार्टी संगठन सरकार से बड़ा है. उन्होंने कहा, 'संगठन में मैंने न पूछे जाने वाले लोगों को तरजीह दी. ऐसे लोगों ने सरकार का भी मजा नहीं लिया. पार्टी के लिए लोगों ने बहुत संघर्ष किया है. मैं भी कई बार जेल गया. भीड़ देखकर मैं उत्साहित हूं. पार्टी को खड़ा करने में नेता जी का बहुत बड़ा संघर्ष रहा है. गलत काम का मैंने सरकार में रहते हुए भी विरोध किया."
शिवपाल ने कहा, "गुटबंदी में सपा के ही लोगों को जेल भेजा गया. 2003 में सरकार कैसे बनी और किसकी वजह से बनी सब जानते हैं. हमने इंस्पेक्टर राज खत्म किया. 10 हजार किसानों का कर्जा माफ किया. किसान बीमा की शुरुआत नेता जी ने की. रजत जयंती पर लालू यादव, अजीत सिंह और देवगौड़ा आ रहे हैं. पार्टी को जो तोड़ना चाहते हैं उनसे सचेत रहें."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लखनऊ पार्टी कार्यालय पर लोहिया वाहिनी की बैठक के दौरान शिवपाल मीडिया से बातचीत कर रहे थे. जब उनसे अखिलेश की रथ यात्रा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "3 को रथ यात्रा है तो 5 नवंबर को रजत जयंती. रजत जयंती की तैयारियों में जुटा हूं."
उन्होंने कहा, "बिहार के बाद ओडिशा में भी गठबंधन का प्लान था, लेकिन हमारी पार्टी में ही लोगों ने साजिश कर दी." उन्होंने कहा, "नेता जी का अपमान नहीं सहेंगे. मैं अपना अपमान बर्दाश्त कर सकता हूं, लेकिन नेता जी का नहीं. समाजवादी इतिहास को पढ़ना होगा. समाजवादी पार्टी में अनुशासन भी जरूरी है."
शिवपाल ने कहा कि 24 अक्टूबर को आपने देखा ही क्या हुआ. जिनको नहीं आना था वो भी आ गए. 5 नवंबर को सब कार्यकर्ता तैयार रहें. 5 नवंबर के बाद फील्ड में निकलेंगे. साम, दाम, दंड और भेद सबका इस्तेमाल करो.
इससे पहले समाजवादी लोहिया वाहिनी की बैठक को संबोधित करते हुए शिवपाल ने कहा कि पार्टी संगठन सरकार से बड़ा है. उन्होंने कहा, 'संगठन में मैंने न पूछे जाने वाले लोगों को तरजीह दी. ऐसे लोगों ने सरकार का भी मजा नहीं लिया. पार्टी के लिए लोगों ने बहुत संघर्ष किया है. मैं भी कई बार जेल गया. भीड़ देखकर मैं उत्साहित हूं. पार्टी को खड़ा करने में नेता जी का बहुत बड़ा संघर्ष रहा है. गलत काम का मैंने सरकार में रहते हुए भी विरोध किया."
शिवपाल ने कहा, "गुटबंदी में सपा के ही लोगों को जेल भेजा गया. 2003 में सरकार कैसे बनी और किसकी वजह से बनी सब जानते हैं. हमने इंस्पेक्टर राज खत्म किया. 10 हजार किसानों का कर्जा माफ किया. किसान बीमा की शुरुआत नेता जी ने की. रजत जयंती पर लालू यादव, अजीत सिंह और देवगौड़ा आ रहे हैं. पार्टी को जो तोड़ना चाहते हैं उनसे सचेत रहें."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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