दूरदर्शन के परंपरागत रूप से खबरें बताने के तरीके को लेकर अक्सर सवाल खड़े किए जाते हैं, लोग दूरदर्शन (Doordarshan) को गुजरे ज़माने का न्यूज़ चैनल भी कहने लगे हैं यही वजह है कि केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय सरकारी न्यूज़ चैनल दूरदर्शन और सरकार के रेडियो, ऑल इंडिया रेडियो (All India Radio) में बड़े बदलाव करने की तैयारी में है. गुरूवार को प्रसार भारती के एक कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दर्शकों की रुचि बढ़ाने के लिए मंत्रालय, दूरदर्शन की कार्यशैली में बड़े बदलाव करने जा रहा है जिससे अगर दर्शक ख़बरें देखना चाहे तो दूरदर्शन उनकी पहली पसंद हो. बाहर से क्रिएटिव लोगों को लाया जाएगा, जिससे दूरदर्शन के प्रोग्रामों की गुणवत्ता में सुधार होगा.
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सरकार दूरदर्शन में कामों का बंटवारा करेगी. अब तक दूरदर्शन के ज़्यादातर काम सरकार के नौकरशाह ही देखा करते थे लेकिन अब नौकरशाह सिर्फ़ प्रशासकीय और वित्तीय कामकाज तक ही सीमित रहेंगे. प्रोग्रामिंग और कंटेंट के लिए बाहर से नामी और अनुभवी पेशवर लोगों को दूरदर्शन और AIR में काम पर रखा जाएगा, जिससे दूरदर्शन भी बाक़ी निजी न्यूज़ चैनलों से टक्कर ले सके.
तकनीकी और प्रोग्रामिंग में भी बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है. ये फ़ार्मूला कुछ साल पहले सरकारी चैनल राज्यसभा टीवी में अपनाया गया था. जहां बहुत सकारात्मक नतीजे प्राप्त हुए हैं जिसको ध्यान रखते हुए दूरदर्शन में भी ये प्रयोग किया जाएगा.
सूत्रों की मानें तो दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो दोनों के डॉयरेक्टर जनरल जल्द रिटायर होने वाले हैं. जिसकी वजह से सरकार को लगता है कि सुधार के लिए ये सबसे उपयुक्त समय है. ख़बर ये भी हैं कि प्रसार भारती बोर्ड की अगली बैठक में इस पूरे मसौदे पर विचार कर इस पर आख़िरी मुहर लगाने की तैयारी की जा रही है.
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