केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत में कोविड-19 महामारी के चलते कई विकसित देशों की तरह बहुत बुरे हालात पैदा होंगे, फिर भी सरकार पर्याप्त तैयारी कर रही है. पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ कोविड-19 संक्रमण के हालात की समीक्षा बैठक के दौरान हर्षवर्धन ने कहा कि देश में संक्रमण के मामलों की दर दोगुनी होने की अवधि बीते तीन दिन से लगभग 11 दिन रही है जबकि बीते सात दिन के दौरान यह 9.9 दिन आंकी गई है. उन्होंने बैठक के दौरान कहा, 'हमें नहीं लगता कि देश में कई विकसित देशों की तरह बहुत बुरे हालात पैदा होंगे, फिर भी हम पूरे देश को बुरी स्थिति के लिए भी तैयार कर रहे हैं.' देश की स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों के बार में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए 1,65,991 बिस्तरों वाले 8,043 अस्पताल और 1,35,643 बिस्तरों वाले कोरोना वायरस समर्पित 1,991 स्वास्थ्य केंद्र तैयार हैं जिनमें पृथक वार्ड और आईसीयू की व्यवस्था है.
उन्होंने कहा कि पूरे देश में 7,640 पृथक केंद्र बनाए गए हैं, जिनका उपयोग प्रवासी श्रमिकों और विदेश से आने वाले लोगों को रखने के लिए भी किया जा सकता है. साथ ही देशभर में विभिन्न राज्य सरकारों को 69 लाख एन-95 मास्क और 32.76 लाख पीपीई वितरित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 की जांच की संख्या बढ़ाकर लगभग 95,000 प्रतिदिन कर दी गई है. 332 सरकारी और 121 निजी प्रयोगशालाओं में अब तक कुल 15,25,631 लोगों की जांच की जा चुकी है.
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