आतंकी को पकड़ने वाले होंगे पुरस्कृत, ग्राम सुरक्षा समितियां होंगी साधन संपन्न

आतंकी को पकड़ने वाले होंगे पुरस्कृत, ग्राम सुरक्षा समितियां होंगी साधन संपन्न

नई दिल्ली:

बुधवार को उधमपुर में जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी की तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखीं, लेकिन उसके चारों ओर बैठे विलेज डिफेन्स कमेटी के उन जांबाज सदस्यों की दिलेरी पर ज्यादा ध्यान किसी का नहीं गया, जिन्होंने जान पर खेलकर पाकिस्तानी आतंकवादी को जिंदा पकड़ने में अहम भूमिका निभाई।

अब इन वीर विलेज डिफेन्स कमेटी (ग्राम सुरक्षा समिति) के जवानों को उनकी दिलेरी का रिवार्ड देने की तैयारी हो रही है। एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ने एनडीटीवी को बताया है कि विलेज डिफेन्स कमेटी के जवानों को अच्छी सैलरी देने के लिए एक नया प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके साथ इन जवानों को जरूरी संसाधन मुहैया कराने की भी तैयारी है।

जम्मू-कश्मीर लेजिस्लेटिव काउंसिल में इस साल अप्रैल में पेश ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जम्मू में 25,632 ग्राम सुरक्षा समितियां (वीडीसी) संचालित हो रही हैं। यानी अगर गृह मंत्रालय अगर इस प्रस्ताव पर आगे बढ़ती है तो इसका फायदा उन हज़ारों समितियों को मिलेगा जो बुनियादी सुविधाओं की मांग पिछले दो दशकों से कर रही हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

ग्राम सुरक्षा समितियों की हमेशा यह दलील रही है कि वे मुश्किल परिस्थितियों में काम करती हैं। उन्हें खतरा बेहद ज़्यादा झेलना पड़ता है, लेकिन उन्हें संसाधन मुहैया नहीं कराए जाते। चिनाब घाटी में पिछले साल यह एक चुनावी मुद्दा भी बना था। एक केन्दीय मंत्री के मुताबिक कुछ दिन पहले केन्द्र ने इस बारे में एक प्रस्ताव भेजा था, लेकिन राज्य सरकार ने जवाब में इसे लागू करने में असमर्थता जता दी थी।