बीएसएफ कैंप पर आतंकी हमला
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                        श्रीनगर एयरपोर्ट के पास स्थित बीएसएफ कैंप पर आत्मघाती हमला हुआ. इसमें तीन आतंकवादी ढेर हुए हैं. साथ ही बीएसएफ के एक ASI शहीद हुए हैं और कुछ जवानों के घायल होने की भी खबर है. 3 आतंकियों ने मिलकर बीएसएफ के 182 बटालियन कैंप पर सुबह करीब 4.30 बजे हमला किया. हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.बीएसएफ कैंप एयरफोर्स स्टेशन और श्रीनगर हवाई अड्डे के निकट है और इसे गो-गो लैंड के नाम से जाना जाता है. इस हमले के बाद एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया और श्रीनगर से सुबह की सभी फ्लाइटें रद्द कर दी गई हैं, हालांकि बाद में विमान सेवा सुचारू रूप से चलने लगीं.
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गृहमंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक- जैश के हमले की जानकारी थी. जैश ने दो दर्जन से ज्यादा फियादीन भेजे हैं. जानकारी के मुताबिक- यह घुसपैठ अगस्त के आखिर में जम्मू सेक्टर से हुई. लेकिन सवाल यह उठता है कि वह जम्मू से श्रीनगर तक कैसे पहुंचे. मंत्रालय का कहना है कि सुरक्षाबल चौकस थे इसलिए पहला आतंकी बाहर बैरिकेट में मारा गया. बाकी दो आतंकी ग्रेनेड फेंककर अंदर आने में कामयाब हो गए. तीन आतंकी पुलवामा में मारे गए हैं और तीन आज श्रीनगर में मारे गए हैं. अभी 3 से 4 आतंकी पकड़ से दूर हैं. स्थानीय आतंकियों की कमर टूटने से विदेशी आतंकी भेजे हैं. इस कैंपस में तारे लगी हैं बाउंड्री नहीं है, और आतंकी फंडिंग की जांच कर रहे एनआईए के अफसर भी इसी में ठहरते थे. कहीं उनका टारगेट एनआईए के अफसर तो नहीं थे, लेकिन आईजी कश्मीर मुनीर खान ने इससे इंकार किया और कहा कि सुरक्षाबल ही उनका टारगेट थे.
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इससे पहले पुलवामा में हेड कॉन्स्टेबल आशिक हुसैन आतंकियों की गोली का शिकार हो गए. पुलवामा के अवंतिपुरा में अज्ञात बंदूकधारी आतंकियों ने आशिक़ हुसैन पर फ़ायरिंग शुरू कर दी. कई गोलियां लगने के बाद आशिक़ हुसैन ने मौक़े पर ही दम तोड़ दिया. हाल के दिनों में सुरक्षाबल के किसी जवान पर ये दूसरा हमला है. कुछ ही दिन पहले आतंकियों ने छुट्टी में घर आए बीएसएफ़ कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी थी.
                                                                        
                                    
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