प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संसदीय दल की बैठक में अपने संबोधन में पार्टी सांसदों से लोगों को नोटबंदी से होने वाले फायदों तथा कैशलेस व डिजिटल लेन-देन के बारे में जानकारी देने को कहा. बैठक में नोटबंदी का समर्थन करने के लिए देशभर के लोगों को धन्यवाद भी दिया गया और इसके लिए प्रस्ताव भी पास किया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस तरह आप चुनाव प्रचार करते हैं, उसी तरह नोटबंदी और डिजिटल लेनदेन का प्रचार ज़मीनी स्तर पर कीजिए, क्योंकि यह सिर्फ सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं है. आप जनता से जुड़े हैं, सो, उनके बीच जाइए और कैशलेस डिजिटाइज़ेशन जनता को समझाइए. जनशक्ति हमारे साथ है, और जनशक्ति हमेशा राजशक्ति से ऊपर रहती है.
पीएम ने कहा, प्राकृतिक आपदा में लोग एक-दूसरे की मदद करते हैं, और इसी तरह बैंकों-एटीएम के बाहर खड़े लोगों ने धैर्य दिखाया है. उनमें अनुशासन भी देखने लायक है, क्योंकि लोग अपनी चप्पल लाइन में छोड़ जाते हैं, और जब उनका नंबर आता है, तब आ जाते हैं.
प्रधानमंत्री ने रसोई गैस सब्सिडी का उदाहरण देकर भी अपनी बात को समझाया. उन्होंने कहा, "पहले यह बात होती थी कि कितने सिलेंडर मिलेंगे - नौ या 12... हमने जनता से सब्सिडी छोड़ने की अपील की, और उसका असर देखिए... जनता के समर्थन से सब कुछ हो सकता है... सो, विपक्ष और मीडिया चाहे जो कहता रहे, आप जनता तक अपनी बात पहुंचाइए..."
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद न चलने देने के लिए विपक्ष को भी आड़े हाथ लिया, और कहा, "विपक्ष सदन नहीं चलने दे रहा... मैं राज्यसभा गया, लेकिन विपक्ष नारे लगाता रहा... मैं फिर भी बैठा रहता हूं... हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन वे चर्चा नहीं करते... सो, आप लोग विपक्ष को एक्सपोज़ कीजिए..."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस तरह आप चुनाव प्रचार करते हैं, उसी तरह नोटबंदी और डिजिटल लेनदेन का प्रचार ज़मीनी स्तर पर कीजिए, क्योंकि यह सिर्फ सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं है. आप जनता से जुड़े हैं, सो, उनके बीच जाइए और कैशलेस डिजिटाइज़ेशन जनता को समझाइए. जनशक्ति हमारे साथ है, और जनशक्ति हमेशा राजशक्ति से ऊपर रहती है.
पीएम ने कहा, प्राकृतिक आपदा में लोग एक-दूसरे की मदद करते हैं, और इसी तरह बैंकों-एटीएम के बाहर खड़े लोगों ने धैर्य दिखाया है. उनमें अनुशासन भी देखने लायक है, क्योंकि लोग अपनी चप्पल लाइन में छोड़ जाते हैं, और जब उनका नंबर आता है, तब आ जाते हैं.
प्रधानमंत्री ने रसोई गैस सब्सिडी का उदाहरण देकर भी अपनी बात को समझाया. उन्होंने कहा, "पहले यह बात होती थी कि कितने सिलेंडर मिलेंगे - नौ या 12... हमने जनता से सब्सिडी छोड़ने की अपील की, और उसका असर देखिए... जनता के समर्थन से सब कुछ हो सकता है... सो, विपक्ष और मीडिया चाहे जो कहता रहे, आप जनता तक अपनी बात पहुंचाइए..."
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद न चलने देने के लिए विपक्ष को भी आड़े हाथ लिया, और कहा, "विपक्ष सदन नहीं चलने दे रहा... मैं राज्यसभा गया, लेकिन विपक्ष नारे लगाता रहा... मैं फिर भी बैठा रहता हूं... हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन वे चर्चा नहीं करते... सो, आप लोग विपक्ष को एक्सपोज़ कीजिए..."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं