यह ख़बर 17 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

तेलंगाना बंद से जनजीवन प्रभावित, बसें नदारद

खास बातें

  • आंध्र प्रदेश में अलग तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर तेलंगाना क्षेत्र में सोमवार को भी बंद के कारण जनजीवन प्रभावित रहा।
आंध्र प्रदेश:

आंध्र प्रदेश में अलग तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर तेलंगाना क्षेत्र में सोमवार को भी बंद के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। दो दिवसीय 'रेल रोको' अभियान के बाद हालांकि रेल सेवाएं सोमवार से बहाल होने की उम्मीद है। सरकारी बसों का परिचालन 28 दिन की हड़ताल के बाद रविवार को सुचारु हो गया था, लेकिन सोमवार को बस सेवाएं फिर बंद हो गईं। तेलंगाना क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में स्कूल, दुकानें व अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे। हैदराबाद में बंद का अधिक असर नहीं दिखा। यहां आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें सामान्य रूप से चलती देखी गईं। बंद में शामिल होने के लिए ऑटोरिक्शा चालक संघ के नेताओं के आह्वान के बावजूद ऑटोरिक्शा भी सड़कों पर सामान्य ढंग से चल रहे हैं। तेलंगाना क्षेत्र के नौ अन्य जिलों में हालांकि बंद का व्यापक असर देखा गया। सड़कों से बसें और ऑटोरिक्शा नदारद रहे। महीनेभर के बंद के बाद जो शैक्षिक संस्थान खुलने वाले थे, वे बंद रहे। अब मंगलवार से कक्षाएं शुरू होने की उम्मीद है। तेलंगाना संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) ने 'रेल रोको' अभियान के दौरान पुलिस की 'ज्यादतियों' के विरोध में दिनभर के बंद का आह्वान किया था। इसका आरोप है कि सांसदों व विधायकों सहित हजारों प्रदर्शनकारियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं और सरकार ने आंदोलन को दबाने के लिए शक्ति का दुरुपयोग किया। जेएसी ने तीन दिन के 'रेल रोको' अभियान का आह्वान किया था, लेकिन बाद में उसने इसे दो दिन तक सीमित कर दिया और इसके बदले सोमवार को बंद का आह्वान किया। दो दिन से बंद पड़ी रेल सेवाएं सोमवार से फिर बहाल होने की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पटरी को पहुंचाए गए नुकसान की जांच और उनकी मरम्मत के बाद रेल सेवाएं बहाल की जाएंगी।


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