पीएम मोदी ने बच्चों को दिए कई टिप्स
टीचर्स डे के अवसर पर एक दिन पहले पीएम मोदी ने स्कूली छात्रों से बातचीत की। पीएम मोदी ने बच्चों के सवालों के जवाब देते हुए उन्हें एक किताब विशेष पढ़ने की नसीहत दी। उन्होंने अपनी पूरी बातचीत में बच्चों को जो टिप्स दिए, उनमें से पांच प्रमुख टिप्स यह हैं:
1. खुद में नेतृत्व क्षमता विकसित करें
दुर्भाग्य से राजनीतिक जीवन इतना बदनाम हो गया है कि अच्छे लोगों को इसमें आने से डर लगने लगा है। देश तभी समृद्ध होगा जब राजनीति में हर वर्ग के, हर क्षेत्र के अच्छे लोग आएंगे। आप खुद में नेतृत्व क्षमता विकसित करें और राजनीति में आएं।
2. सिर्फ नेता या फौजी बनना देश की सेवा नहीं
छोटी-छोटी चीजों से भी देश की सेवा संभव है। सिर्फ नेता या फौजी बनना देश की सेवा नहीं है। आप हमेशा यह ध्यान रखें कि आपके किसी भी काम से देश का नुकसान तो नहीं हो रहा। अगर आप अपने घर में काम करने वाली महिला को कुछ वक्त निकालकर पढ़ाते हैं तो वह भी देश की सेवा है। बिजली बचाना और भोजन बचाना भी देश की सेवा है।
3. पहले खुद को जानें और फिर कुछ करने की ठानें
खुद को पहले जानें और फिर वह काम करें, जो आप करना चाहते हैं। तब आपको ज्यादा आनंद आएगा।
4. खुद को खुला छोड़ दें
सिर्फ डिग्री और नौकरी के दायरे में न रहें। खुद को खुला छोड़ दें। अगर आपको कविता लिखने का शौक है तो कविता लिखें। आप इतना संतोष महसूस करेंगे कि आपको किसी और चीज से संतोष नहीं मिलेगा।
5. सफलता की कोई रेसिपी नहीं होती
सफलता की कोई रेसिपी नहीं होती है। विफलता को कभी भी सपनों का कब्रिस्तान न बनने दें। विफलता को सपने पूरे करने के लिए सीखने का आधार बनाना चाहिए। दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिसने विफलता का सामना न किया हो। सभी छात्र 'पॉलीएना' (Pollyanna) किताब पढ़ें जिसमें सकारात्मकता की सीख है।
1. खुद में नेतृत्व क्षमता विकसित करें
दुर्भाग्य से राजनीतिक जीवन इतना बदनाम हो गया है कि अच्छे लोगों को इसमें आने से डर लगने लगा है। देश तभी समृद्ध होगा जब राजनीति में हर वर्ग के, हर क्षेत्र के अच्छे लोग आएंगे। आप खुद में नेतृत्व क्षमता विकसित करें और राजनीति में आएं।
2. सिर्फ नेता या फौजी बनना देश की सेवा नहीं
छोटी-छोटी चीजों से भी देश की सेवा संभव है। सिर्फ नेता या फौजी बनना देश की सेवा नहीं है। आप हमेशा यह ध्यान रखें कि आपके किसी भी काम से देश का नुकसान तो नहीं हो रहा। अगर आप अपने घर में काम करने वाली महिला को कुछ वक्त निकालकर पढ़ाते हैं तो वह भी देश की सेवा है। बिजली बचाना और भोजन बचाना भी देश की सेवा है।
3. पहले खुद को जानें और फिर कुछ करने की ठानें
खुद को पहले जानें और फिर वह काम करें, जो आप करना चाहते हैं। तब आपको ज्यादा आनंद आएगा।
4. खुद को खुला छोड़ दें
सिर्फ डिग्री और नौकरी के दायरे में न रहें। खुद को खुला छोड़ दें। अगर आपको कविता लिखने का शौक है तो कविता लिखें। आप इतना संतोष महसूस करेंगे कि आपको किसी और चीज से संतोष नहीं मिलेगा।
5. सफलता की कोई रेसिपी नहीं होती
सफलता की कोई रेसिपी नहीं होती है। विफलता को कभी भी सपनों का कब्रिस्तान न बनने दें। विफलता को सपने पूरे करने के लिए सीखने का आधार बनाना चाहिए। दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिसने विफलता का सामना न किया हो। सभी छात्र 'पॉलीएना' (Pollyanna) किताब पढ़ें जिसमें सकारात्मकता की सीख है।
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