तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के प्रमुख मौलाना साद (Maulana Saad) के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शिकंजा करसा शुरू कर दिया है. क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को मौलान साद के बेटे सईद से 2 घण्टे तक पूछताछ की. बताया जा रहा है कि मौलाना साद के सारे कामकाज उसका यह बेटा ही देखता है. इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मौलाना साद के दो खास लोगों को नोटिस जारी किए. इनमें से एक मरकज़ कोर ग्रुप का अहम सदस्य है जो इंतजामियां कमेटी में भी शामिल है.
उस पर आरोप है कि वह पैसों को इधर-उधर करने का काम भी करता था. वही, दूसरा शख्स कथित हवाला ऑपरेटर है, जो मौलाना साद की पैसों को हवाला के जरिए इधर-उधर भेजता था. प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक, दोनों के वकीलों ने ईडी से संपर्क स्थापित कर कहा कि दोनों अभी नहीं आ सकते हैं. मौलाना साद खुद भी कानून द्वारा दिए गए निर्देशों से बचने की कोशिश कर रहा है. ईडी अब तक मौलाना साद के 9 से ज्यादा करीबियों से पूछताछ कर चुकी है.
हाल ही में तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद (Maulana Saad)को क्राइम ब्रांच ने नोटिस जारी किया था. इसमें पूछा गया था कि उन्होंने (मौलाना साद) ने सरकारी अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराया है या नही, और अगर कराया है तो उसकी रिपोर्ट अब तक क्राइम ब्रांच को क्यों नहीं सौपी गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद क्राइम ब्रांच इसका अध्ययन करेगी और उसके बाद ही मौलाना साद को पूछताछ के लिए आगे की कार्यवाही की जाएगी.
गौरतलब है कि इससे पहले मौलाना साद का दावा था कि उसने दो बार कोरोना टेस्ट करवाया है और ये दोनों रिपोर्ट निगेटिव हैं. उनके अनुसार, इसमें से एक टेस्ट निजी लैब, लाल पैथोलॉजी में कराया है.
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