दिल्ली पुलिस ने संदिग्ध आतंकी अंसार उल हक को दिल्ली हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया.
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कश्मीर के पुलवामा में जम्मू-कश्मीर पुलिस की सीआईडी यूनिट में तैनात सब इंस्पेक्टर इम्तियाज अहमद मीर की हत्या के आरोपी संदिग्ध आतंकी को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. यह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा है.
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक पकड़ा गया संदिग्ध आतंकी 28 साल का अंसार उल हक पुलवामा का ही रहने वाला है. उनकी टीम को जानकरी मिली कि श्रीनगर की सीआईडी यूनिट में तैनात सब इंस्पेक्टर इम्तियाज अहमद मीर की हत्या का आरोपी दिल्ली में कहीं छुपा हुआ है. इसके बाद जानकारी मिली कि आरोपी दिल्ली से मुंबई और फिर बेंगलुरु चला गया है. इसी बीच 20 नवंबर को अंसार उल हक को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के टी3 टर्मिनल से उस समय पकड़ लिया गया जब वह बेंगलुरु से दिल्ली आया.
आरोपी अंसार उल हक अवंतीपोरा की एक यूनिवर्सिटी से इंग्लिश में पोस्ट ग्रेजुएट है. उसके पिता फल बेचने के पेशे में हैं जबकि उसका भाई सरकारी स्कूल में टीचर है. उसकी दो बहनों की शादी हाल ही में हुई है. पहले अंसार एक राजनीतिक कार्यकर्ता था लेकिन बाद में उसकी मुलाकात हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी वाजिद से हो गई. इसके बाद वह हिजबुल मुजाहिदीन के बड़े आतंकियों को सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस की गतिविधियों से जुड़ी जानकारियां देने लगा.
यह भी पढ़ें : सेना की मुखबिरी के शक में आतंकियों ने की एक और हत्या, 19 साल के लड़के का काट दिया गला
इसी साल अक्टूबर में उसे जहूर ठोकर नाम के एक आतंकी ने सब इंस्पेक्टर इम्तियाज़ अहमद मीर की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए कहा. इसके लिए अंसार ने अपनी प्रेमिका सईद सैका को पीछे लगा दिया. महिला ने 28 अक्टूबर को सब इंस्पेक्टर इम्तियाज को फोन करके बुलाया. उसके आने के बाद उसे इम्तियाज ने बताया कि वह अपने मां-बाप से मिलने पुलवामा जा रहा है. महिला ने कहा कि उसे भी उस तरफ जाना है. इसी बीच महिला ने इम्तियाज़ के घर जाने की जानकारी अंसार उल हक को दे दी. अंसार ने यह जानकरी आगे हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को दी. इसके बाद आतंकियों के साथ अंसार ने 30 साल के इम्तियाज की आई10 कार का पीछा किया और फिर उसे करीमाबाद के पास गोलियों से भून दिया.
इम्तियाज जम्मू-कश्मीर पुलिस में 2010 बैच के सब इंस्पेक्टर थे. उसके पिता भी पुलिस में रहे हैं. इम्तियाज़ ने पांच साल दक्षिणी कश्मीर के गांदेरबल इलाके में नौकरी की. उसके बाद उसका तबादला कुलगाम ज़िले में हुआ और इसी साल मार्च में उसका ट्रांसफर सीआईडी में हुआ था. उसे पहले ही बताया गया था उस पर आतंकी हमला हो सकता है इसलिए घर जाते वक्त वह सावधान रहे. वह अपनी पहचान छुपाने के लिए उस दिन अपनी दाढ़ी शेव करके गया था लेकिन लड़की के जाल में फंस गया.
VIDEO : सब इंस्पेक्टर की हत्या
इम्तियाज जिस गांव का है इस गांव के लोगों का एक व्हाट्सऐप ग्रुप है जिसका नाम है 'टिकेन xi' इस ग्रुप में इम्तियाज भी मेम्बर था और अंसार भी. इसी साल सितंबर के महीने में इस ग्रुप में एक जानकरी साझा की गई थी कि जितने भी पुलिस अफसर और एसपीओ हैं वे घर आते-जाते वक्त सावधान रहें उन पर आतंकी हमला कर सकते हैं.
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक पकड़ा गया संदिग्ध आतंकी 28 साल का अंसार उल हक पुलवामा का ही रहने वाला है. उनकी टीम को जानकरी मिली कि श्रीनगर की सीआईडी यूनिट में तैनात सब इंस्पेक्टर इम्तियाज अहमद मीर की हत्या का आरोपी दिल्ली में कहीं छुपा हुआ है. इसके बाद जानकारी मिली कि आरोपी दिल्ली से मुंबई और फिर बेंगलुरु चला गया है. इसी बीच 20 नवंबर को अंसार उल हक को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के टी3 टर्मिनल से उस समय पकड़ लिया गया जब वह बेंगलुरु से दिल्ली आया.
आरोपी अंसार उल हक अवंतीपोरा की एक यूनिवर्सिटी से इंग्लिश में पोस्ट ग्रेजुएट है. उसके पिता फल बेचने के पेशे में हैं जबकि उसका भाई सरकारी स्कूल में टीचर है. उसकी दो बहनों की शादी हाल ही में हुई है. पहले अंसार एक राजनीतिक कार्यकर्ता था लेकिन बाद में उसकी मुलाकात हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी वाजिद से हो गई. इसके बाद वह हिजबुल मुजाहिदीन के बड़े आतंकियों को सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस की गतिविधियों से जुड़ी जानकारियां देने लगा.
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इसी साल अक्टूबर में उसे जहूर ठोकर नाम के एक आतंकी ने सब इंस्पेक्टर इम्तियाज़ अहमद मीर की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए कहा. इसके लिए अंसार ने अपनी प्रेमिका सईद सैका को पीछे लगा दिया. महिला ने 28 अक्टूबर को सब इंस्पेक्टर इम्तियाज को फोन करके बुलाया. उसके आने के बाद उसे इम्तियाज ने बताया कि वह अपने मां-बाप से मिलने पुलवामा जा रहा है. महिला ने कहा कि उसे भी उस तरफ जाना है. इसी बीच महिला ने इम्तियाज़ के घर जाने की जानकारी अंसार उल हक को दे दी. अंसार ने यह जानकरी आगे हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को दी. इसके बाद आतंकियों के साथ अंसार ने 30 साल के इम्तियाज की आई10 कार का पीछा किया और फिर उसे करीमाबाद के पास गोलियों से भून दिया.
इम्तियाज जम्मू-कश्मीर पुलिस में 2010 बैच के सब इंस्पेक्टर थे. उसके पिता भी पुलिस में रहे हैं. इम्तियाज़ ने पांच साल दक्षिणी कश्मीर के गांदेरबल इलाके में नौकरी की. उसके बाद उसका तबादला कुलगाम ज़िले में हुआ और इसी साल मार्च में उसका ट्रांसफर सीआईडी में हुआ था. उसे पहले ही बताया गया था उस पर आतंकी हमला हो सकता है इसलिए घर जाते वक्त वह सावधान रहे. वह अपनी पहचान छुपाने के लिए उस दिन अपनी दाढ़ी शेव करके गया था लेकिन लड़की के जाल में फंस गया.
VIDEO : सब इंस्पेक्टर की हत्या
इम्तियाज जिस गांव का है इस गांव के लोगों का एक व्हाट्सऐप ग्रुप है जिसका नाम है 'टिकेन xi' इस ग्रुप में इम्तियाज भी मेम्बर था और अंसार भी. इसी साल सितंबर के महीने में इस ग्रुप में एक जानकरी साझा की गई थी कि जितने भी पुलिस अफसर और एसपीओ हैं वे घर आते-जाते वक्त सावधान रहें उन पर आतंकी हमला कर सकते हैं.
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