लखनऊ:
एनआरएचएम घोटाले में वर्ष 2010में हुई मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ वीके आर्या की हत्या के सिलसिले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद सोमवार को 21 मई तक की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गये लखनऊ के पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके शुक्ला की तलाशी में उनके पास सल्फास जैसा पदार्थ मिला है।
जिला कारागार के सूत्रों ने बताया है कि अदालत के आदेश पर 21 मई तक की न्यायिक हिरासत में कल शाम जिला कारागार में लाये गये डॉ शुक्ला की तलाशी में उनके पास 10 ग्राम सफेद पाउडर की एक पुडिया मिली है, जो सल्फास हो सकती है।
उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश पर पुलिस अधिकारी शुक्ला को कल शाम लगभग साढे सात बजे जिला कारागार लाकर उन्हें कारागार अधिकारियों को सौप दिया जिसके बाद कारागार में रखने से पूर्व उनकी तलाशी ली गयी।
सूत्रों ने बताया कि तलाशी देने में डॉ शुक्ला ने हालांकि आनाकानी की मगर नियमों के तहत उनकी सघन तलाशी ली गयी, जिसके दौरान उनके मोजे में सफेद पाउडर की एक पुड़िया बरामद हुई।
जेल अधिकारियों का कहना है कि शुक्ला के पास मिला 10 ग्राम सफेद पाउडर प्रथम दृष्टया सल्फास लगता है। उन्होंने बताया कि शुक्ला को जेल के एक अलग बैरक में 24 घंटे निगरानी के बीच रखा गया है।
जिला कारागार के सूत्रों ने बताया है कि अदालत के आदेश पर 21 मई तक की न्यायिक हिरासत में कल शाम जिला कारागार में लाये गये डॉ शुक्ला की तलाशी में उनके पास 10 ग्राम सफेद पाउडर की एक पुडिया मिली है, जो सल्फास हो सकती है।
उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश पर पुलिस अधिकारी शुक्ला को कल शाम लगभग साढे सात बजे जिला कारागार लाकर उन्हें कारागार अधिकारियों को सौप दिया जिसके बाद कारागार में रखने से पूर्व उनकी तलाशी ली गयी।
सूत्रों ने बताया कि तलाशी देने में डॉ शुक्ला ने हालांकि आनाकानी की मगर नियमों के तहत उनकी सघन तलाशी ली गयी, जिसके दौरान उनके मोजे में सफेद पाउडर की एक पुड़िया बरामद हुई।
जेल अधिकारियों का कहना है कि शुक्ला के पास मिला 10 ग्राम सफेद पाउडर प्रथम दृष्टया सल्फास लगता है। उन्होंने बताया कि शुक्ला को जेल के एक अलग बैरक में 24 घंटे निगरानी के बीच रखा गया है।
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