आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को शनिवार को 'ऐतिहासिक' बताया और कहा कि इससे हिंदू और मुस्लिम समुदायों के सदस्यों को 'खुशी तथा राहत' मिली है. रविशंकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस विवाद के मैत्रीपूर्ण हल के लिए पहले नियुक्त की गयी मध्यस्थता समिति का हिस्सा थे. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का 'तहे दिल' से स्वागत करते हैं और लंबे समय से चल रहा मामला आखिरकार एक निष्कर्ष पर पहुंच गया है. उन्होंने लोगों से समाज में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने का अनुरोध किया. उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं तहे दिल से माननीय उच्चतम न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत करता हूं।, इससे दोनों समुदाय के लोगों को खुशी और लंबे समय से चल रहे विवाद से राहत मिली है.'
आज मैं 'दोषमुक्त' महसूस कर रहा हूं, बिलकुल वही फैसला है जैसा सब लोग चाहते थे : केके मोहम्मद
I wholeheartedly welcome the historic judgment of the Hon. Supreme Court. This has brought joy and relief to people of both communities from a long-standing dispute. #AYODHYAVERDICT
— Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) November 9, 2019
योग गुरु रामदेव ने भी उच्चतम न्यायालय के फैसले की प्रशंसा की और कहा कि 'हमें दुनिया के सामने एकता की नजीर पेश करनी चाहिए.' उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'हिंदू भाइयों को मस्जिद के निर्माण में मुस्लिम भाइयों की मदद करके एक नजीर पेश करनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि ऐसा कोई जश्न न मनाया जाए जिससे किसी की भावनाएं आहत हो.
अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया. फैसला विवादित जमीन पर रामलला के हक में सुनाया गया. फैसले में कहा गया कि राम मंदिर विवादित स्थल पर बनेगा और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन अलग से दी जाएगी.
Video: इस फैसले के खिलाफ रिव्यू दाखिल करेंगे - जफरयाब जिलानी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं