भारत में कोरोना के बढ़ते केसों के कारण दक्षिण कोरिया ने फ्लाइट पर लगाई रोक, दिल्‍ली में फंसे करीब 100 यात्री

कोरोना की वजह से पांच महीने बाद अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाएं शर्तों के साथ खुली हैं. नेहा दास ने क़रीब 60000 हज़ार रुपये में एयर इंडिया का टिकट ख़रीदा. बुधवार को एयरपोर्ट पहुंचीं तो अधिकारियों ने कहा कि उनका दक्षिण कोरिया जाना अभी संभव नहीं है. 

खास बातें

  • भारत में कोरोना वायरस के केसों में हो रहा इजाफा
  • ऐसे में कोरिया ने फ्लाइट अपने यहां आने की इजाजत नहीं दी
  • कोरिया जाने वाले भारतीय यात्रियों परेशान होते रहे
नई दिल्ली:

Coronavirus Pandemic: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) पर बुधवार रात तक़रीबन 100 यात्री अचानक परेशान दिखे. उनके मुताबिक, एयर इंडिया के अधिकारियों ने उनके वहां पहुंचने पर बताया कि भारत में कोरोना का बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर दक्षिण कोरियाई सरकार ने अपने यहां आने की इजाज़त नहीं दी है. अब ये यात्री न तो दिल्ली में रुककर दक्षिण कोरिया (South Korea) जाने का इंतज़ार करने की हालत में हैं और न ही वापस अपने शहर लौटने को तैयार दिख रहे हैं. झारखंड के जमशेदपुर शहर की 26 साल की नेहा मास्टर्स (MA) की पढ़ाई के लिए दक्षिण कोरिया जा रही हैं. कोरोना की वजह से पांच महीने बाद अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाएं शर्तों के साथ खुली हैं. नेहा दास ने क़रीब 60000 हज़ार रुपये में एयर इंडिया का टिकट ख़रीदा. बुधवार को एयरपोर्ट पहुंचीं तो अधिकारियों ने कहा कि उनका दक्षिण कोरिया जाना अभी संभव नहीं है. 

अंडमानी जनजाति के 50 के करीब ही हैं सदस्‍य, इसमें से 10 कोरोना पॉजिटिव पाए गए..

नेहा बताती हैं कि अब वे वापस जमशेदपुर लौटने से डर रही हैं. क्योंकि वहां पहुंचते ही उन्हें 14 दिनों तक क्‍वारंटाइन होना पड़ेगा. वे कहती हैं, "मैं  जमशेदपुर से आई हूं और पहली बार एमए की पढ़ाई के लिए दक्षिण कोरिया जा रही हूं. लेकिन मेरे सपने टूट गए हैं. अगर हम वहां वक्त पर नहीं पहुंचे तो हमें कॉलेज से ड्रॉप कर दिया जाएगा. दक्षिण कोरिया के लिए तीसरी बार हमारी फ़्लाइट कैंसिल की गई है. अब एयरपोर्ट पहुंचने पर ये अधिकारी कह रहे हैं कि दक्षिण कोरिया ने हमें वहां जाने की अनुमति नहीं दी है." दक्षिण कोरिया जाने से वंचित दूसरे कई यात्री एयरपोर्ट पर एयरलाइन्स के अधिकारियों से लड़ते रहे और अटकलें लगाते रहे. डॉ. अनीता मेहता बताती हैं, "मैं चेन्नई से आई हूं और अब आख़िरी वक्त पर ये बता रहे हैं कि भारतीयों को कोरोना के बढ़ते नंबर्स की वजह से दक्षिण कोरिया जाने की अनुमति नहीं है. आख़िरी वक्त में बताने का क्या मतलब है? हमारी मदद कीजिए. प्लीज़. हम वापस नहीं लौट सकते." 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

भरत, सेलम से चेन्नई होते हुए दिल्ली आए और अब उन्हें दक्षिण कोरिया पहुंचना है. वो कहते हैं, "हमें वेब चेकिंग की इजाज़त नहीं दी गई. दिल्ली में IGI एयरपोर्ट पहुंचने पर काउंटर पर अधिकारी भी जानकारी को लेकर आश्वस्त नहीं दिखे. आख़िरकार मैं (एयरलाइंस AI312 से दिल्ली से इंचियन) नहीं जा सका." बुधवार की शाम क़रीब 100 यात्री इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंस गए जिनमें से कई विदेशों में पढ़ने वाले छात्र हैं और कई वहां नौकरी करते हैं. 
फंसे यात्रियों के परिवारों के साथ छोटे बच्चे भी हैं. इन लोगों की शिकायत ये है कि अगर इन्हें इस बारे में पहले बता दिया जाता तो ये ऐसे न फंसते. अब ये दिल्ली से अपने राज्यों को लौटेंगे तो वहां भी क्वॉरंटीन कर दिया जाएगा. दक्षिण कोरिया जाने की इजाज़त कब मिलेगी इसका अभी कोई पता नहीं है.