
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की फाइल फोटो
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कांग्रेस महासचिव ने अदालत की निगरानी में घटना की एनआईए जांच की मांग की
उन्होंने सवाल किया कि सिर्फ सिमी से जुड़े कैदी ही भागने में सफल कैसे रहे
उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश पुलिस ने आठों को मार दिया
कांग्रेस महासचिव ने हिंदी में कुछ ट्वीट किए जिनमें उन्होंने घटना के मामले में अदालत की निगरानी में एनआईए जांच की और जेल के कामकाज की न्यायिक जांच की वकालत भी की.
पूर्व मुख्यमंत्री ने हैरानी जताते हुए कहा कि केवल सिमी से जुड़े कैदी ही भागने में सफल कैसे रहे. उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश पुलिस ने आठों को मार दिया. उन्होंने यह भी पूछा कि क्या सिमी के सदस्यों के पास हथियार थे.
क्या कारण है कि जेल से सीमी से संबंधित क़ैदी ही क्यों भागते हैं ? आठों को मप्र पुलिस ने मार गिराया। क्या क़ैदियों के पास हथियार थे ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 31, 2016
अगर ज़िंदा पकड़ते तो पूरी घटना की जानकारी मिल सकती थी। किन्तु सारा घटनाक्रम भी उजागर हो जाता। शायद इसीलिये मार दिया गये।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 31, 2016
यदि NIA से ही जॉच करवाना है तो जॉंच अदालत की मॉनिट्रिंग में होना चाहिये और जेल की कार्य प्रणाली की न्यायिक जॉंच होना चाहिये।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 31, 2016
सिंह ने दावा किया, 'अगर उन सभी को जिंदा पकड़ा गया होता तो वे पूरी घटना की जानकारी दे देते और घटनाक्रम का खुलासा भी कर देते. शायद इसलिए उन्हें मार दिया गया.'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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