पाकिस्तान की फायरिंग के बाद भारतीय सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान की फायरिंग में सेना का एक जवान शहीद हो गया है. पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पर स्थित भारतीय चौकियों पर निशाना साधते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की और मोर्टार से गोले दागे.
भारतीय सैनिकों ने भी इसके बाद जवाबी कार्रवाई की. सेना की इस कार्रवाई में पाकिस्तान की कई चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है. खबर लिखे जाने तक नौशेरा सेक्टर में दोनों तरफ से गोलाबारी जारी थी. पाकिस्तान की फायरिंग में पिछले दो दिनों में तीसरा जवान शहीद हुआ है.
सेना के मुताबिक पाकिस्तानी सैनिकों ने सुबह आठ बजकर 45 मिनट से नियंत्रण रेखा पर नौशेरा सेक्टर में 82 एमएम मोर्टार से गोलीबारी शुरू कर दी थी. इसका सेना ने करारा जबाब दिया. पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में दोपहर पौने दो बजे ऑटोमेटिक हथियार और 120 एमएम मोर्टार से गोलाबारी की गई. इस फायरिंग का सेना ने माकूल जवाब दिया. पाक की ओर से एक बार फिर एलओसी के पास के रिहाइशी इलाकों में गोले दागे जाने की खबर है.
पाकिस्तानी सेना ने 6 नवंबर को पुंछ सेक्टर और नियंत्रण रेखा के कृष्ण घाटी के जरिए घुसपैठ की दो कोशिशों को अंजाम देने के लिए गोलीबारी की थी. इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए थे और पांच अन्य घायल हो गए थे. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन की लगभग 100 घटनाएं हो चुकी हैं.
भारतीय सैनिकों ने भी इसके बाद जवाबी कार्रवाई की. सेना की इस कार्रवाई में पाकिस्तान की कई चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा है. खबर लिखे जाने तक नौशेरा सेक्टर में दोनों तरफ से गोलाबारी जारी थी. पाकिस्तान की फायरिंग में पिछले दो दिनों में तीसरा जवान शहीद हुआ है.
सेना के मुताबिक पाकिस्तानी सैनिकों ने सुबह आठ बजकर 45 मिनट से नियंत्रण रेखा पर नौशेरा सेक्टर में 82 एमएम मोर्टार से गोलीबारी शुरू कर दी थी. इसका सेना ने करारा जबाब दिया. पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में दोपहर पौने दो बजे ऑटोमेटिक हथियार और 120 एमएम मोर्टार से गोलाबारी की गई. इस फायरिंग का सेना ने माकूल जवाब दिया. पाक की ओर से एक बार फिर एलओसी के पास के रिहाइशी इलाकों में गोले दागे जाने की खबर है.
पाकिस्तानी सेना ने 6 नवंबर को पुंछ सेक्टर और नियंत्रण रेखा के कृष्ण घाटी के जरिए घुसपैठ की दो कोशिशों को अंजाम देने के लिए गोलीबारी की थी. इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए थे और पांच अन्य घायल हो गए थे. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन की लगभग 100 घटनाएं हो चुकी हैं.
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