प्रतीकात्मक फोटो
भोपाल:
दुनिया में श्रद्धालुओं के एक बड़े जमावड़े के लिए मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध धार्मिक नगरी उज्जैन पूरी तरह से तैयार है और प्रदेश सरकार ने इसके लिए तमाम तरह की तैयारी की है। 22 अप्रैल से शुरू होकर 21 मई तक चलने वाले सिंहस्थ-2016 के लिए हिन्दू शास्त्रों में उल्लेखित ऐतिहासिक नगरी उज्जैन के सौदर्यीकरण, सुविधाओं और बुनियादी विकास के लिए मध्य प्रदेश शासन लगभग 3,500 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है।
पांच करोड़ लोग पवित्र क्षिप्रा नदी में करेंगे स्नान
सिंहस्थ की व्यवस्थाओं के लिए प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने से कहा कि प्रदेश सरकार सिंहस्थ के भव्य आयोजन के लिए 3,500 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। उज्जैन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मधु कुमार ने कहा कि सिंहस्थ मेले के दौरान लगभग पांच करोड़ लोग पवित्र क्षिप्रा नदी में स्नान करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस के कड़े इंतजाम किए गए हैं तथा प्रदेश, केन्द्र तथा अन्य विभागों के करीब 22,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
25,000 सुरक्षाकर्मी किए जाएंगे नियुक्त
आईजी ने कहा कि पवित्र क्षिप्रा नदी में सिंहस्थ के शाही स्नान के दौरान मेला क्षेत्र में करीब 25,000 सुरक्षाकर्मी नियुक्त किये जायेंगे। पहले शाही स्नान के साथ ही सिंहस्थ शुरू होगा। साधू-संतों का जूना अखाड़ा सबसे पहले शाही स्नान करेगा। उसके बाद साधूओं के अन्य अखाड़े निर्धारित क्रम में शाही स्नान में शामिल होंगे।
सिंहस्थ में 13 अखाड़े होते हैं शामिल
उज्जैन के कलेक्टर कविन्द्र कियावत ने कहा, 'हमने सिंहस्थ की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और हम इस भव्य धार्मिक आयोजन के लिए तैयार हैं।' उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने किन्नरों को एक स्थान आवंटित किया है। किन्नरों द्वारा कुंभ क्षेत्र में प्रवेश के लिए पेशवाई निकालने की योजना के एक दिन पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख आचार्य नरेन्द्र गिरी ने बताया, 'हमनें किन्नरों को सिंहस्थ में अखाड़े के लिए मंजूरी नहीं दी है।' उन्होंने कहा कि परम्परागत रूप से सिंहस्थ में 13 अखाड़े शामिल होते हैं और सभी अखाड़ों के संतों ने कुंभ क्षेत्र में पेशवाई निकाली है।
एयर इंडिया विमान सेवा प्रतिदिन करेगी संचालित
किन्नरों को सिंहस्थ में अखाड़ा लगाने की अनुमति देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर किसी को अखाड़ा लगाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। दूसरी ओर संत रिषी अजय दास ने कहा कि उनके किन्नर शिष्य शुक्रवार से अखाड़ा लगाएंगे और कुंभ मेले में शामिल होने के लिए किन्नरों की पेशवाई शुक्रवार सुबह 11 बजे दशहरा मैदान से निकाली जाएगी। इस बीच एयर इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक (मप्र एवं छत्तीसगढ़) विश्रृत आचार्य ने बताया कि 22 अप्रैल से एक माह तक प्रतिदिन एयर इंडिया दिल्ली-इन्दौर-दिल्ली मार्ग पर एक ओर अतिरिक्त विमान सेवा संचालित करेगी।
उज्जैन के आयोजित होने वाले कुंभ मेले को सिंहस्थ कहा जाता है, जो प्रति 12 वर्ष में लगता है। वहीं, देश की तीन शहरों इलाहाबाद (प्रयाग), नासिक और हरिद्वार में कुंभ मेला लगता है।
पांच करोड़ लोग पवित्र क्षिप्रा नदी में करेंगे स्नान
सिंहस्थ की व्यवस्थाओं के लिए प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने से कहा कि प्रदेश सरकार सिंहस्थ के भव्य आयोजन के लिए 3,500 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। उज्जैन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मधु कुमार ने कहा कि सिंहस्थ मेले के दौरान लगभग पांच करोड़ लोग पवित्र क्षिप्रा नदी में स्नान करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस के कड़े इंतजाम किए गए हैं तथा प्रदेश, केन्द्र तथा अन्य विभागों के करीब 22,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
25,000 सुरक्षाकर्मी किए जाएंगे नियुक्त
आईजी ने कहा कि पवित्र क्षिप्रा नदी में सिंहस्थ के शाही स्नान के दौरान मेला क्षेत्र में करीब 25,000 सुरक्षाकर्मी नियुक्त किये जायेंगे। पहले शाही स्नान के साथ ही सिंहस्थ शुरू होगा। साधू-संतों का जूना अखाड़ा सबसे पहले शाही स्नान करेगा। उसके बाद साधूओं के अन्य अखाड़े निर्धारित क्रम में शाही स्नान में शामिल होंगे।
सिंहस्थ में 13 अखाड़े होते हैं शामिल
उज्जैन के कलेक्टर कविन्द्र कियावत ने कहा, 'हमने सिंहस्थ की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और हम इस भव्य धार्मिक आयोजन के लिए तैयार हैं।' उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने किन्नरों को एक स्थान आवंटित किया है। किन्नरों द्वारा कुंभ क्षेत्र में प्रवेश के लिए पेशवाई निकालने की योजना के एक दिन पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख आचार्य नरेन्द्र गिरी ने बताया, 'हमनें किन्नरों को सिंहस्थ में अखाड़े के लिए मंजूरी नहीं दी है।' उन्होंने कहा कि परम्परागत रूप से सिंहस्थ में 13 अखाड़े शामिल होते हैं और सभी अखाड़ों के संतों ने कुंभ क्षेत्र में पेशवाई निकाली है।
एयर इंडिया विमान सेवा प्रतिदिन करेगी संचालित
किन्नरों को सिंहस्थ में अखाड़ा लगाने की अनुमति देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर किसी को अखाड़ा लगाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। दूसरी ओर संत रिषी अजय दास ने कहा कि उनके किन्नर शिष्य शुक्रवार से अखाड़ा लगाएंगे और कुंभ मेले में शामिल होने के लिए किन्नरों की पेशवाई शुक्रवार सुबह 11 बजे दशहरा मैदान से निकाली जाएगी। इस बीच एयर इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक (मप्र एवं छत्तीसगढ़) विश्रृत आचार्य ने बताया कि 22 अप्रैल से एक माह तक प्रतिदिन एयर इंडिया दिल्ली-इन्दौर-दिल्ली मार्ग पर एक ओर अतिरिक्त विमान सेवा संचालित करेगी।
उज्जैन के आयोजित होने वाले कुंभ मेले को सिंहस्थ कहा जाता है, जो प्रति 12 वर्ष में लगता है। वहीं, देश की तीन शहरों इलाहाबाद (प्रयाग), नासिक और हरिद्वार में कुंभ मेला लगता है।
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