स्पीकर सुमित्रा महाजन लोकसभा में बोलीं, 'दोनों के हाथ में लठ लाकर दे दूं क्या?'

सुमित्रा महाजन का फाइल फोटो

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में एक नन से रेप के बाद राज्य में कथित रूप से एक साध्वी के साथ भी ऐसी घटना सामने आई है। दोनों मुद्दों को गुरुवार को लोकसभा में उठाए जाने पर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों में इस कदर तकरार बढ़ गई कि अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि क्या वे दोनों के हाथ में लठ लाकर दे दें। उन्होंने यह भी कहा कि महिला के साथ दुर्व्‍यवहार के मामलों में किसी भी ओर से राजनीति नहीं होनी चाहिए।

शून्यकाल में बीजेपी के एस.एस. आहलुवालिया ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 71 वर्षीय नन के साथ रेप की घटना का शोर ठंडा भी नहीं पड़ा था कि राज्य के बर्दवान जिले के कटवा में 75 वर्षीय साध्वी के साथ रेप व हत्या की वारदात हुई है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं को देखते हुए राज्य की महिला मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।

तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने इसका कड़ा विरोध करते हुए दावा किया कि यह रेप का नहीं बल्कि हत्या का मामला है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह बात पुष्ट हो चुकी है। इस पर आहलुवालिया और बनर्जी के बीच देर तक तकरार होती रही। दोनों एक दूसरे की ओर हाथ उठा-उठा कर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। दोनों से शांत रहने का स्पीकर बार-बार आग्रह करती रहीं, लेकिन मामला शांत नहीं होने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं दोनों के हाथ में लठ लाकर दे दूं क्या? यह क्या हो रहा है? लड़ना है तो बाहर जाकर लड़ो। ..यह अच्छा नहीं है, दोनों सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं। ..अब तो हद हो गई है, यह सदन इसके लिए नहीं बना है।’’

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स्पीकर ने यह भी कहा कि अगर किसी महिला के साथ दुर्व्‍यवहार होता है तो कृपा करके उस मामले को उठाएं लेकिन उस पर राजनीति ना करें। इस पर एक-दूसरे पर लाछंन लगाना ठीक नहीं है। अध्यक्ष की फटकार के बाद मामला शांत हुआ।