शिवसेना विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देगी: केन्‍द्रीय मंत्री अनंत कुमार

बीजेपी ने उम्मीद जतायी है कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मत विभाजन में सरकार को 314 सांसदों का समर्थन मिलेगा.

शिवसेना विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देगी: केन्‍द्रीय मंत्री अनंत कुमार

फाइल फोटो

खास बातें

  • सरकार को 314 सांसदों का समर्थन मिलेगा
  • शिवसेना विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देगी
  • हमें एनडीए के बाहर के दलों से भी समर्थन मिलने की उम्मीद है.
नई दिल्ली:

बीजेपी ने उम्मीद जतायी है कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मत विभाजन में सरकार को 314 सांसदों का समर्थन मिलेगा. वहीं केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने दावा किया है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के सदस्य शिवसेना विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देंगी. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि एनडीए एकजुट है और अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करेगा. उन्होंने कहा, 'हमें एनडीए के बाहर के दलों से भी समर्थन मिलने की उम्मीद है. यह अजीब है कि भाजपा के अकेले दम पर बहुमत हासिल करने और 21 राज्यों में सत्तासीन होने के बावजूद विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाया है.'   

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कुमार ने कहा कि पार्टी ने अपने लोकसभा सदस्यों को अगले दो दिन के लिए व्हिप जारी किया है और उन्हें सदन में उपस्थित रहने को कहा है. वर्तमान स्थिति में लोकसभा में राजग के सदस्यों की संख्या 313 है. इसमें लोकसभा अध्यक्ष को लेकर भाजपा के 274, शिवसेना के 18, लोजपा के छह और शिअद के छह सदस्य हैं. वहीं विपक्षी दलों की संख्या 222 बतायी जा रही है. इनमें कांग्रेस के 63, अन्नाद्रमुक के 37, तृणमूल कांग्रेस के 34, बीजद के 20, तेदेपा के 16 और टीआरएस के 11 सदस्य शामिल हैं.

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पार्टी नेताओं के आकलन के मुताबिक सरकार को राजग के घटक दलों के अलावा अंबुमणि रामदास की अगुवाई वाले पीएमके और राजू शेट्टी के नेतृत्व वाले स्वाभिमानी पक्ष से भी समर्थन मिलने की उम्मीद है. हालांकि शेट्टी और रामदास अब राजग में शामिल नहीं हैं, इसके बावजूद सरकार को उम्मीद है कि वे मत विभाजन के दौरान प्रस्ताव का विरोध करेंगे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को लोकसभा में 314 सदस्यों का समर्थन मिलेगा. निचले सदन में फिलहाल 535 सदस्य हैं. ऐसे में सरकार को 268 सांसदों के समर्थन की जरूरत है. इन 314 सांसदों की सूची में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का मत शामिल नहीं हैं. वह इंदौर से भाजपा की सांसद हैं. 

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