
शिवसेना संजय राउत ने कहा है कि कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को सही समय पर उनकी नियुक्ति हुई है और वह कांग्रेस लिए 'ट्रंप कार्ड' हैं. शिवसेना नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने कोई झूठा आश्वासन नहीं दिया है. वहीं नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता विनोद नारायण झा ने कहा है कि खूबसूरत चेहरों के दम पर वोट नहीं जीते जा सकते. इससे भी बढ़कर तथ्य यह है कि वह रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी हैं, जिन पर भूमि घोटाले और भ्रष्टाचार के कई मामलों में शामिल होने का आरोप है. वह बेहद खूबसूरत हैं, लेकिन उसके अलावा उनकी कोई राजनैतिक उपलब्धि नहीं है. आपको बता दें कि कांग्रेस में प्रियंका गांधी को महासचिव बनाया गया है और उनको पूर्वांचल की जिम्मेदारी दी गई है. कांग्रेस सहित कई विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस की ओर से किया गया यह फैसला पार्टी को उत्तर प्रदेश में अच्छी-खासी सफलता दिला सकता है. कांग्रेस के कई कार्यकर्ता भी समय-समय पर प्रियंका को उत्तर प्रदेश में लाने की मांग करते रहे हैं.
जब अमेठी-रायबरेली में गली-गली घूमी थीं प्रियंका फिर भी हारी थी कांग्रेस, अब 'ट्रंप कार्ड' कैसे?
Sanjay Raut, Shiv Sena on his statement that Rahul Gandhi doesn't give false assurances & the appointment of Priyanka Gandhi Vadra: Till now, he has not as he is not in power; Congress has appointed Priyanka Gandhi Vadra at the right time. She is a trump card for Congress. pic.twitter.com/7SaRzsgBvy
— ANI (@ANI) January 25, 2019
एनडीए की सहयोगी शिवसेना की ओर से दिया गया बयान बीजेपी को परेशान कर सकती है. हालांकि बीजेपी नेताओं का कहना है कि प्रियंका के आने से कोई असर नहीं पड़ने वाला है. वहीं पीएम मोदी भी कांग्रेस पर वंशवाद की बात कहकर तंज कस चुके हैं.
मिशन 2019: प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस को कितना फायदा?
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पास लोकसभा में 2 सीटें रायबरेली और अमेठी की हैं. प्रियंका गांधी के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को कमान सौंपी गई है.
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