इंदौर:
दिल्ली में राजघाट पर नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज के देशभक्ति गीत पर नाचने पर भले ही पूरी भारतीय जनता पार्टी उनका बचाव कर रही हो मगर पार्टी के ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शांता कुमार नाचने को अच्छी बात नहीं मानते हैं। दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन कर रहे बाबा रामदेव व उनके समर्थकों पर हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में राजघाट पर आयोजित भाजपा के सत्याग्रह के दौरान सुषमा स्वराज व अन्य नेताओं के देशभक्ति गीतों पर नाचने को लेकर संवाददाताओं ने शांता कुमार से जब उनकी राय जानना चाही तो उनका कहना था कि कहीं भी हो यह (नाचना) अच्छी बात नहीं है, वह भी धरने पर बैठे थे जहां महिलाओं ने लोकगीत आदि गाए थे, इस दौरान कुछ महिलाएं झूमी, मगर उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। बाद में अपने जवाब को सम्भालते हुए शांता कुमार ने आगे कहा कि नाचना इतना बड़ा मसला नहीं है कि इस पर इतना शोर मचाया जाए, मूल मुद्दा तो भ्रष्टाचार व काले धन को वापस लाने का है। भ्रष्टाचार व काले धन को लेकर अन्ना हजारे व बाबा रामदेव द्वारा आवाज उठाए जाने को शांता कुमार राजनीति की विफलता मानते हैं। उनका कहना है कि इन मुद्दों को उठाने का काम राजनीतिक दलों का है, वह तो सन्यासी हैं और उनका यह काम नहीं है। इसके बावजूद उन्हें इसके लिए आगे आना पड़ा है, यह तो राजनीति की विफलता ही है। उन्होंने आगे कहा है कि भाजपा का भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष जारी है और वह अपने अभियान को आगे भी जारी रखेगी।
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नाचना, शांता