दो महीने के धरने के बाद आखिरकार शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से बातचीत करने का फ़ैसला किया है. शाहीनबाग की दादियों का कहना है कि वो रविवार को दोपहर दो बजे मार्च करके गृहमंत्री अमित शाह से मिलने जाएंगी. नागरिक संशोधन कानून के ख़िलाफ़ दो महीने से ज़्यादा समय से हज़ारों महिलाओं धरने पर बैठी हैं. इनका कहना है कि वो पैदल मार्च निकाल कर गृह मंत्री अमित शाह के घर जाएंगे, रविवार को मार्च जसोला मथुरा रोड होते हुए अमित शाह के घर तक जाएगा, लेकिन इसको लेकर पुलिस परमिशन नहीं ली गई है. लोगों का कहना ये सरकार की ज़िम्मेदारी है जब उन्होंने बुलाया है तो वो सुरक्षा के इंतेज़ाम करें.
दरअसल, गुरुवार को एक चैनल के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा था कि शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों से वो बातचीत के लिए तैयार है और मिलने वालों को तीन दिन के अंदर समय दे सकते हैं. हालांकि, शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों ने अभी तक गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए कोई वक्त नहीं लिया है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात को लेकर शाहीनबाग के प्रदर्शनकारी बंटे
वहीं, शाहीनबाग में मार्च के ऐलान का बाद दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि किसी मार्च की इजाज़त नहीं दी जा सकती. अगर एक डेलिगेशन मिलना चाहेगा तो पुलिस गृह मंत्रालय से बात करेगी. लेकिन सबको मार्च नहीं करने दिया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा- सरकार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात करने को तैयार
इसके अलावा अमित शाह से मिलने को लेकर शाहीनबाग के प्रदर्शनकारी बंट गए हैं. शाहीनबाग के कुछ प्रदर्शनकारी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के पक्ष में आगे आए हैं. वहीं, कुछ का कहना है कि गृहमंत्री ने बातचीत का न्योता दिया था. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सभी लोगों से गृहमंत्री बात करें.
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