नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस ने 15 छोटे बच्चों और बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने और उनकी हत्या करने वाले एक सीरियल रेपिस्ट किलर को गिरफ़्तार किया है।
बेगमपुर इलाके की जैन कॉलोनी से 14 जुलाई को छह साल की एक बच्ची अगवा हो गई थी। चार दिन बाद पुलिस को इलाके की एक खाली इमारत से बच्ची का शव मिला। बच्ची की रेप के बाद हत्या की गई थी।
पुलिस ने जब मौका-ए-वारदात की जांच की तो पता चला कि वहां एक ड्राइविंग लाइसेंस और कुछ दूसरे दस्तावेज हैं। ड्राइविंग लाइसेंस सनी के नाम था, पुलिस ने जब सनी की तलाश शुरू की तो पता चला वो एक अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने जब सनी से पूछताछ की तो पता चला कि कंझावला इलाके में कुछ दिन पहले उसके दोस्त रविंद्र ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर सनी की पिटाई कर दी और उसकी मोटरसाइकिल, पर्स और रुपये छीन लिए थे। उसी पर्स में सनी का ड्राइविंग लाइसेंस था जो रविंद्र जानबूझकर बेगमपुर में छोड़ गया, जिससे बच्ची की हत्या और रेप का आरोप सनी पर लगे। सनी से पूछताछ के आधार पर पुलिस आरोपी रविंद्र तक पहुंची। रविंद्र पेशे से बस कंडक्टर है।
बदांयू का रहने वाला रविंद्र फिलहाल दिल्ली के कराला में रह रहा था। बदांयू और अलीगढ़ में कई वारदात करने के बाद दिल्ली आ गया और फिर उसने दिल्ली-एनसीआर में कई वारदातों को अंजाम दिया।
रविंद्र से पुलिस की पूछताछ में जो कुछ सामने आया वो चौंकाने वाला है। अलीगढ़ के रहने वाले रविंद्र ने बताया कि वो 2009 से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है और ये वारदातें दिल्ली के अलावा हरियाणा और यूपी में की गई हैं।
बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह ने बताया कि आरोपी ने 15 बच्चों को टारगेट किया और सभी के साथ बलात्कार/कुकर्म किया। इसने 11 बच्चों की हत्या की बात कबूल की है। ये बच्चों को चॉकलेट या पैसे देने के बहाने बुलाता था और फिर उनके साथ गलत काम करता था और उसके बाद उनकी हत्या कर देता था।
पिछली 14 वारदातों में इसने कोई सबूत नहीं छोड़ा था। आरोपी दिमागी रूप से ठीक है, लेकिन वह नशे का आदी है। इसके गुनाहों में किसी अन्य के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है।
बेगमपुर इलाके की जैन कॉलोनी से 14 जुलाई को छह साल की एक बच्ची अगवा हो गई थी। चार दिन बाद पुलिस को इलाके की एक खाली इमारत से बच्ची का शव मिला। बच्ची की रेप के बाद हत्या की गई थी।
पुलिस ने जब मौका-ए-वारदात की जांच की तो पता चला कि वहां एक ड्राइविंग लाइसेंस और कुछ दूसरे दस्तावेज हैं। ड्राइविंग लाइसेंस सनी के नाम था, पुलिस ने जब सनी की तलाश शुरू की तो पता चला वो एक अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने जब सनी से पूछताछ की तो पता चला कि कंझावला इलाके में कुछ दिन पहले उसके दोस्त रविंद्र ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर सनी की पिटाई कर दी और उसकी मोटरसाइकिल, पर्स और रुपये छीन लिए थे। उसी पर्स में सनी का ड्राइविंग लाइसेंस था जो रविंद्र जानबूझकर बेगमपुर में छोड़ गया, जिससे बच्ची की हत्या और रेप का आरोप सनी पर लगे। सनी से पूछताछ के आधार पर पुलिस आरोपी रविंद्र तक पहुंची। रविंद्र पेशे से बस कंडक्टर है।
बदांयू का रहने वाला रविंद्र फिलहाल दिल्ली के कराला में रह रहा था। बदांयू और अलीगढ़ में कई वारदात करने के बाद दिल्ली आ गया और फिर उसने दिल्ली-एनसीआर में कई वारदातों को अंजाम दिया।
रविंद्र से पुलिस की पूछताछ में जो कुछ सामने आया वो चौंकाने वाला है। अलीगढ़ के रहने वाले रविंद्र ने बताया कि वो 2009 से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है और ये वारदातें दिल्ली के अलावा हरियाणा और यूपी में की गई हैं।
बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह ने बताया कि आरोपी ने 15 बच्चों को टारगेट किया और सभी के साथ बलात्कार/कुकर्म किया। इसने 11 बच्चों की हत्या की बात कबूल की है। ये बच्चों को चॉकलेट या पैसे देने के बहाने बुलाता था और फिर उनके साथ गलत काम करता था और उसके बाद उनकी हत्या कर देता था।
पिछली 14 वारदातों में इसने कोई सबूत नहीं छोड़ा था। आरोपी दिमागी रूप से ठीक है, लेकिन वह नशे का आदी है। इसके गुनाहों में किसी अन्य के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है।
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