जेकेएलएफ के प्रमुख यासीन मलिक और कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने कुछ नेताओं की सुरक्षा वापस लेने से संबंधित जम्मू-कश्मीर प्रशासन की घोषणा को गुरुवार को ‘झूठ' करार दिया.
मलिक ने कहा कि उन्हें राज्य से कभी कोई सुरक्षा नहीं मिली. कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने उसके अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी की सुरक्षा वापस लेने संबंधी खबर को ‘हास्यास्पद' बताया. मलिक ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे पास पिछले 30 सालों से कोई सुरक्षा नहीं है. ऐसे में जब सुरक्षा मिली ही नहीं तो वे किस वापसी की बात कर रहे हैं. यह सरकार की तरफ से बिल्कुल बेईमानी है.'' मलिक ने संबंधित सरकारी अधिसूचना को ‘झूठ' करार दिया.
कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सैयद अली शाह गिलानी की सुरक्षा वापस लेने से संबंधित खबर बिल्कुल झूठी है और ऐसी हास्यास्पद खबरों पर बस हंसी आती है. ''
जम्मू-कश्मीर: 18 अलगाववादियों, 155 नेताओं का सुरक्षा कवर हटाया गया
प्रवक्ता ने कहा कि गिलानी को न तो कभी सुरक्षा दी गई थी और न ही उन्होंने उसके लिए अनुरोध किया था. सरकार ने बुधवार को कहा था कि मलिक और गिलानी समेत 18 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली गई है.
VIDEO : अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई
(इनपुट भाषा ले)
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