फाइल फोटो
नई दिल्ली:
कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन देने वाले और अलगाववादी फैलाने वाले अलगाववादी पाकिस्तानी झंडों के मोह से नहीं निकल पा रहे हैं। यही वजह है कि कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक रैली के दौरान अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह और समर्थकों ने शुक्रवार को एक बार फिर पाकिस्तान के झंडे फहराए हैं।
इस रैली में शब्बीर ने तो यहां तक कह डाला कि उन्हें पाकिस्तान के झंडे लहराने से कोई नहीं रोक सकता। लगता है इन्हें डर भी नहीं है इनके खिलाफ सरकर कोई ठोस कार्रवाई कर सकती है। अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी के अध्यक्ष भी हैं।
अनंतनाग विधानसभा क्षेत्र खुद सूबे के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद का क्षेत्र है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब वादी में हुई रैलियों में पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी हुई और झंडे लहराए गए हों। इससे पहले हुर्रियत समर्थकों ने पुलिस के साथ हुई हिंसक झड़पों के दौरान पाकिस्तान और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के झंडे लहराए।
इससे पहले अलगाववादी नेता मीरवायज उमर फारूक के पिता की बरसी पर आयोजित रैली में उनके समर्थकों ने पाकिस्तान का झंडा लहराया। इससे पहले पाकिस्तानी झंडा लहराने और पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने के आरोप में मसर्रत आलम को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि और एक अन्य अलगाववादी नेता सईद अली शाह गिलानी का पासपोर्ट जब्त किया जा चुका है।
वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में कहा कि पहले पाकिस्तान के झंडे ज्यादा फहराये जाते थे लेकिन अब कम हो गए हैं। भारत की धरती पर अगर पाकिस्तान का झंडा फहराया जाएगा तो कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा। वैसे पिछले कुछ दिनों में कश्मीर में पाकिस्तानी झंडे फहराने के करीब 6 मामले सामने आ चुके हैं।
इस रैली में शब्बीर ने तो यहां तक कह डाला कि उन्हें पाकिस्तान के झंडे लहराने से कोई नहीं रोक सकता। लगता है इन्हें डर भी नहीं है इनके खिलाफ सरकर कोई ठोस कार्रवाई कर सकती है। अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी के अध्यक्ष भी हैं।
अनंतनाग विधानसभा क्षेत्र खुद सूबे के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद का क्षेत्र है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब वादी में हुई रैलियों में पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी हुई और झंडे लहराए गए हों। इससे पहले हुर्रियत समर्थकों ने पुलिस के साथ हुई हिंसक झड़पों के दौरान पाकिस्तान और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के झंडे लहराए।
इससे पहले अलगाववादी नेता मीरवायज उमर फारूक के पिता की बरसी पर आयोजित रैली में उनके समर्थकों ने पाकिस्तान का झंडा लहराया। इससे पहले पाकिस्तानी झंडा लहराने और पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने के आरोप में मसर्रत आलम को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि और एक अन्य अलगाववादी नेता सईद अली शाह गिलानी का पासपोर्ट जब्त किया जा चुका है।
वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में कहा कि पहले पाकिस्तान के झंडे ज्यादा फहराये जाते थे लेकिन अब कम हो गए हैं। भारत की धरती पर अगर पाकिस्तान का झंडा फहराया जाएगा तो कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा। वैसे पिछले कुछ दिनों में कश्मीर में पाकिस्तानी झंडे फहराने के करीब 6 मामले सामने आ चुके हैं।
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