जयललिता के निधन के बाद शशिकला अन्नाद्रमुक की महासचिव बनाई गईं
चेन्नई:
अगर आप सोच रहे हैं कि तमिलनाडु में सियासी उथल-पुथल अब शांत हो चुकी है तो ऐसा नहीं है. बताया जा रहा है कि तमिलनाडु में मुख्यमंत्री पद पर बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. सूत्रों के मुताबिक सत्ताधारी AIADMK के विधायक रविवार को आयोजित होने वाली बैठक में दिवंगत जयललिता की करीबी सहयोगी शशिकला से सीएम पद संभालने का अनुरोध कर सकते हैं. हालांकि बैठक के एजेंडे की जानकारी नहीं मिल पाई है और किसी ने औपचारिक रूप से विधायकों द्वारा पार्टी की महासचिव शशिकला से मुख्यमंत्री पद संभालने का अनुरोध करने से जुड़ी खबरों की पुष्टि भी नहीं की है.
गौरतलब है कि नटराजन विधानसभा की सदस्य नहीं है लेकिन पिछले साल दिसंबर में जयललिता के निधन के बाद जबसे उन्हें पार्टी प्रमुख बनाया गया, तब से ऐसा बहुत हद तक माना जा चुका था कि आने वाले वक्त में वह ही सीएम पद को संभालेंगी. बताया जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते हैं कि 61 साल की नटराजन जो जयललिता की करीबी साथी थीं, वह मौजूदा सीएम पन्नीरसेल्वम की जगह लें क्योंकि पार्टी और सरकार के अलग अलग सत्ता केंद्र नहीं होने चाहिए.
बता दें कि जब से जयललिता की तबियत खराब हुई थी तब से ओ पन्नीरसेल्वम ही उनका काम संभाल रहे थे. उनके निधन के एक दिन पहले पन्नीरसेल्वम को सीएम पद की शपथ भी दिलवाई गई. खबरें यह भी हैं कि अतीत में पन्नीरसेल्वम से बार बार कहा गया कि वह चिनम्मा (मौसी) शशिकला के लिए अपने पद का त्याग कर दें.
हालांकि मुख्यमंत्री पद की कमान शशिकला के संभाले जाने से जुड़ी खबरों के बारे पूछे जाने पर एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि ‘यह आपकी कल्पना और कयासबाजी है.’ लोकसभा उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई समेत अन्य ने मुख्यमंत्री पद पर शशिकला को बैठाए जाने का समर्थन किया है. शशिकला ने शुक्रवार को वरिष्ठ नेताओं को पार्टी के प्रमुख पदों पर नियुक्त किया था, जिनमें कुछ पूर्व मंत्री और एक पूर्व मेयर भी शामिल हैं. शशिकलालगभग तीन दशक तक जयललिता की करीबी सहयोगी रही हैं और उन्हें हमेशा अन्नाद्रमुक में सत्ता के केंद्र के रूप में देखा जाता रहा है.
गौरतलब है कि नटराजन विधानसभा की सदस्य नहीं है लेकिन पिछले साल दिसंबर में जयललिता के निधन के बाद जबसे उन्हें पार्टी प्रमुख बनाया गया, तब से ऐसा बहुत हद तक माना जा चुका था कि आने वाले वक्त में वह ही सीएम पद को संभालेंगी. बताया जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते हैं कि 61 साल की नटराजन जो जयललिता की करीबी साथी थीं, वह मौजूदा सीएम पन्नीरसेल्वम की जगह लें क्योंकि पार्टी और सरकार के अलग अलग सत्ता केंद्र नहीं होने चाहिए.
बता दें कि जब से जयललिता की तबियत खराब हुई थी तब से ओ पन्नीरसेल्वम ही उनका काम संभाल रहे थे. उनके निधन के एक दिन पहले पन्नीरसेल्वम को सीएम पद की शपथ भी दिलवाई गई. खबरें यह भी हैं कि अतीत में पन्नीरसेल्वम से बार बार कहा गया कि वह चिनम्मा (मौसी) शशिकला के लिए अपने पद का त्याग कर दें.
हालांकि मुख्यमंत्री पद की कमान शशिकला के संभाले जाने से जुड़ी खबरों के बारे पूछे जाने पर एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि ‘यह आपकी कल्पना और कयासबाजी है.’ लोकसभा उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई समेत अन्य ने मुख्यमंत्री पद पर शशिकला को बैठाए जाने का समर्थन किया है. शशिकला ने शुक्रवार को वरिष्ठ नेताओं को पार्टी के प्रमुख पदों पर नियुक्त किया था, जिनमें कुछ पूर्व मंत्री और एक पूर्व मेयर भी शामिल हैं. शशिकलालगभग तीन दशक तक जयललिता की करीबी सहयोगी रही हैं और उन्हें हमेशा अन्नाद्रमुक में सत्ता के केंद्र के रूप में देखा जाता रहा है.
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