सचिन वाजे ने जेल में मांगा प्रोटीन वाला फूड और नॉनवेज, एंटीलिया केस में है आरोपी

सचिन वाजे ने यह भी अनुरोध किया कि उनकी बाईपास सर्जरी हो चुकी है. इसलिए फॉलोअप के लिए उन्हें किसी निजी अस्पताल के डॉक्टर के पास भेजा जाए. उसकी अन्य मांगों में दाढ़ी काटने एवं मूंछें काटने-छांटने के लिए अपनी किट इस्तेमाल करने की अनुमति शामिल है

सचिन वाजे ने जेल में मांगा प्रोटीन वाला फूड और नॉनवेज, एंटीलिया केस में है आरोपी

सचिन वाजे एंटीलिया केस और 100 करोड़ वसूली केस में है मुख्य आरोपी

मुंबई:

एंटीलिया विस्फोटक केस (Antilia case) और मनसुख हत्याकांड में मुख्य आरोपी सचिन वाजे (Sachin Vaze ) ने खराब सेहत का हवाला देते हुए जेल में प्रोटीन युक्त भोजन और मांसाहार की मांग की है. मुंबई के बर्खास्त पुलिस अधिकारी वाजे ने विशेष एनआईए कोर्ट से जेल अधिकारियों को इसके लिए निर्देश देने की मांग की है. वाजे ने दलील दी है कि उसे कई बीमारियां हैं, लिहाजा उसे जेल में प्रोटीन से भरपूर भोजन और मांसाहार परोसा जाए. वाजे फिलहाल न्यायिक हिरासत में है और नवी मुंबई की तलोजा जेल में बंद है.

इस साल सितंबर में उसकी हार्ट सर्जरी हुई थी. उनके आवदेन के अनुसार उन्हें हार्ट, पेट संबंधी रोग और अन्य गंभीर बीमारियां भी हैं. अपनी याचिका में वाजे ने कोर्ट से जेल अफसरों को प्रोटीन युक्त और मांसाहारी भोजन खाने देने का निर्देश देने का आग्रह किया है.उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि उनकी बाईपास सर्जरी हो चुकी है. इसलिए फॉलोअप के लिए उन्हें किसी निजी अस्पताल के डॉक्टर के पास भेजा जाए. उन्होंने अस्पतालों में डेंटिस्ट और आई सर्जन से इलाज के लिए भी अदालत से अनुमति मांगी.

उसकी अन्य मांगों में दाढ़ी काटने एवं मूंछें काटने-छांटने के लिए अपनी किट इस्तेमाल करने की अनुमति भी मांगी है. गौरतलब है कि इस साल 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के निवास एंटीलिया के समीप एक एसवीयू पाया गया था. इसमें विस्फोटक सामग्री थी. इसी मामले की जांच के दौरान वाजे को गिरफ्तार किया गया. ठाणे के व्यापारी एवं इस एसयूवी के मालिक मनसुख हिरेन पांच मार्च को ठाणे में एक नाले में मृत मिले थे.

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सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद ही इस केस की परतें खुलने लगी थीं. उसके बाद मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली का गंभीर आरोप लगाया था. इसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था.