
राजस्थान में सरकार बचाने की जद्दोजहद से जूझ रही कांग्रेस के लिए सोमवार को राहत भरा दिन लेकर आया. शाम करीब 3 और चार बजे के करीब खबर आई कि सचिन पायलट, कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले हैं. हालांकि इस खबर की पुष्टि नहीं हुई थी और पायलट खेमा इस बात से इनकार कर रहा था. लेकिन थोड़ी देर बाद फिर खबर आई है कि सचिन पायलट से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात कर रहे हैं. इसके बाद फिर खबर आई कि सचिन पायलट को मना लिया गया है. इसके बाद तो मानों कांग्रेस में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. वहीं सचिन पायलट ने कहा कि यह एक वैचारिक मुद्दा था. उन्होंने प्रियंका गांधी को उनकी बात सुनने के लिए धन्यवाद भी कहा. पायलट ने आगे, 'मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि सभी चीजों का आधार सैद्धांतिक है. मैंने हमेशा यही सोचा कि पार्टी हित में इस मुद्दे को उठाना जरूरी है'. इसके बाद देर रात किए गए एक ट्वीट में सचिन पायलट ने लिखा, 'मैं सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी, प्रियंका गांधी जी और कांग्रेस नेताओं को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारी समस्याओं को सुना है. मैं अच्छे भारत के लिए सदा काम करता रहूंगा साथ ही मैं अपने विश्वास के साथ दृढ़निश्चय के साथ राजस्थान के लोगों से उनसे किए गए वादों को निभाने और लोकतंत्रिक मूल्यों बचाने के लिए खड़ा हूं' इसके साथ ही सचिन पायलट की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मंगलवार को कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी में उनकी 'वापसी का स्वागत' किया. इससे पहले कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पायलट और अंसतुष्ट विधायकों के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करने का फैसला किया है.
8 बड़ी बातें
वरिष्ठ पार्टी नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा, 'स्वागत है सचिन. राजस्थान के निर्माण का एक सकारात्मक और शानदार दौर इंतजार कर रहा है'.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'राहुल गांधी जी के खुद हस्तक्षेप करने के बाद राजस्थान कांग्रेस में राजनीतिक संकट सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझ गया है.'
उन्होंने कहा, 'यह कांग्रेस में एकजुटता और कांग्रेस विधायकों की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वे भाजपा के जाल में नहीं फंसे.'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि अंतत: राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रयासों से राजस्थान कांग्रेस का विवाद सुलझ गया.
उन्होंने कहा, 'अब हर किसी को राजस्थान की जनता से किये गए वादों को पूरा करना चाहिए.'
पार्टी सांसद शशि थरूर ने कहा कि पायलट और हम सभी के लिए सुलह का रास्ता सर्वश्रेष्ठ है.
कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने भी खुशी जताते हुए कहा कि हम अपने एक साथी को साथ रखने में सफल रहे.
प्रसाद ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी के नेतृत्व और प्रियंका गांधी के प्रयासों के चलते आज हम अपने साथी सचिन पायलट को अपने साथ रखने में कामयाब रहे हैं. उन्होंने कहा, यह कांग्रेस की लोकतांत्रिक भावना है जहां विरोध और विमर्श के लिए गुंजाइश है. ''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)