अमेरिका की यात्रा पर गए हुए भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने उस रिपोर्ट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने अमेरिकी सांसदों के साथ होने वाली उस बैठक को रद्द कर दिया है, जिसमें कश्मीर में उठाए भारत सरकार के कदमों की अपनी रिपोर्ट में आलोचना करने वाली अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल भी शामिल होने वाली थीं.
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, वाशिंगटन में गुरुवार को विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने कहा, "मुझे नहीं लगता, इसमें (रिपोर्ट में) जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति को सही तरीके से समझा गया है, या इसमें भारत सरकार के कदमों को सही तरीके से बताया गया है... मुझे उनसे मुलाकात करने में कोई रुचि नहीं है..."
The cancellation of this meeting was deeply disturbing.
— Rep. Pramila Jayapal (@RepJayapal) December 19, 2019
It only furthers the idea that the Indian government isn't willing to listen to any dissent at all. https://t.co/EMeqIr05VJ
एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में 'वाशिंगटन पोस्ट' ने कहा कि जब अमेरिकी सांसदों ने प्रमिला जयपाल को बैठक में शामिल नहीं करने की मांग को खारिज कर दिया, तो भारतीय विदेशमंत्री ने कांग्रेस (अमेरिकी संसद) के वरिष्ठ सदस्यों के साथ होने वाली बैठक को 'अचानक रद्द' कर दिया. 'वाशिंगटन पोस्ट' ने रिपोर्ट में कांग्रेशनल सहयोगियों का हवाला दिया है, जिन्हें पूरे मामले की जानकारी है.
इसके बाद प्रमिला जयपाल ने ट्विटर पर कहा, "इस बैठक को रद्द किया जाना बहुत विचलित करने वाला है... इससे हमारी इस सोच को बल मिलता है कि भारत सरकार किसी भी असहमति को सुनने की इच्छुक नहीं है..."
'वाशिंगटन पोस्ट' ने कहा कि फैसले से जम्मू एवं कश्मीर को लेकर भारत की संवेदनशीलता का पता चलता है, जो अगस्त से ही कड़ी सुरक्षा पाबंदियों का सामना कर रहा है, और जहां अब तक मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बहाल नहीं की गई हैं.
विदेशमंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर को वाशिंगटन यात्रा के दौरान अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा की विदेशी मामलों की समिति के अध्यक्ष (प्रतिनिधि) इलियट एन्जेल (डेमोक्रेट - न्यूयार्क), समिति में शामिल शीर्ष रिपब्लिकन (प्रतिनिधि) माइकल मैककॉल (टेक्सास) तथा अन्य से मुलाकात करनी थी, जिनमें (प्रतिनिधि) प्रमिला जयपाल (डेमोक्रेट - वाशिंगटन) भी शामिल थीं.
देश में NRC के खिलाफ प्रशांत किशोर, बोले- बिहार में किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे
'वाशिंगटन पोस्ट' के मुताबिक, प्रमिला जयपाल ने उन्हें बताया कि भारतीय अधिकारियों ने समिति से कहा था कि एस. जयशंकर अमेरिकी सांसदों से मुलाकात नहीं करेंगे, यदि उस बैठक में प्रमिला जयपाल भी शामिल होंगी, जो एक प्रस्ताव को स्पॉन्सर कर रही हैं, जिसमें भारत से संचार पाबंदियां हटाने, इंटरनेट सुविधा बहाल करने तथा धार्मिक स्वतंत्रता को सुरक्षित रखने का आग्रह किया गया है. इस शर्त को इलियट एन्जेल ने खारिज कर दिया, और भारतीयों ने बैठक से इंकार कर दिया.
मनमोहन सिंह के 'CAA के समर्थन वाले' VIDEO शेयर कर BJP ने घेरा तो कांग्रेस ने ऐसे साधा निशाना
प्रमिला जयपाल ने 'वाशिंगटन पोस्ट' से कहा, "इससे सिर्फ हमारी इस सोच को बल मिलता है कि भारत सरकार किसी असहमति को सुनने तक की इच्छुक नहीं है... इस पल की गंभीरता को वार्ता की वजह होना चाहिए था, और इस पर शर्त नहीं लगानी चाहिए थी कि कौन बैठक में शामिल होगा, जो काफी छोटी बात है..."
VIDEO: देश के कई हिस्सों में बंद है इंटरनेट सेवा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं