विदेश मंत्री एस जयशंकर (External affairs Minister S Jaishankar) ने मंगलवार को कहा कि 18 देशों के 147 विदेशी नागरिकों को ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से निकालकर भारत लाया गया है. जयशंकर ने यूक्रेन की स्थिति को लेकर संसद के दोनों सदनों में दिए एक बयान में कहा, "भारत के वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत के अनुरूप विदेशी नागरिकों को भी संघर्ष क्षेत्रों से निकाला गया और भारत लाया गया. उनमें 18 देशों के 147 नागरिक शामिल थे. कई यूक्रेनी नागरिक जो भारतीय नागरिकों के परिवार के सदस्य हैं, उन्हें भी निकाला गया है."
उन्होंने यह कहा कि जैसे-जैसे तनाव बढ़ता गया, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने जनवरी 2022 में भारतीयों के लिए पंजीकरण अभियान शुरू किया और इसके चलते करीब 20 हजार भारतीयों ने पंजीकरण कराया.
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जयशंकर ने बताया कि आधे से ज्यादा छात्र पूर्वी यूक्रेन के विश्वविद्यालयों से थे. यह रूस की सीमा के नजदीक है और अब तक संघर्ष का केंद्र हैं. उन्होंने कहा, "छात्र भारत के 35 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों से हैं, जिनमें केरल, यूपी, हरियाणा, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों से हर एक से एक हजार से ज्यादा छात्र हैं."
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साथ ही उन्होंने मास्को और कीव के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए भारतीय नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए जारी की गई सलाह पर भी प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि फरवरी में बढ़ते तनाव को देखते हुए दूतावास ने 15 फरवरी को एक सलाह जारी की थी, जिसमें बहुत जरूरी काम नहीं होने पर यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी गई थी. साथ ही भारतीयों को यूक्रेन न जाने की सलाह दी गई थी.
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