पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने 2 जुलाई को दी जाने वाली इफ्तार दावत के लिए पाकिस्तान के उच्चायुक्त को निमंत्रण नहीं भेजने का फैसला किया है, क्योंकि मंच के अनुसार वे पंपोर हमले को लेकर उच्चायुक्त के रवैये से क्षुब्ध हैं।
दरअसल, अपनी इफ्तार दावत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पंपोर हमले से जुड़े एक सवाल को काफी अपमानजनक तरीके से खारिज कर दिया था। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफ़ज़ल ने कहा कि इस घटना के बाद उन्होंने बासित को निमंत्रण नहीं भेजने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने इफ्तार दावत को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला था...
गौरतलब है कि कांग्रेस ने इस इफ्तार दावत को लेकर केंद्र की बीजेपी-नीत सरकार पर हमला बोला था। सोमवार को कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सवाल किया था कि आरएसएस पंपोर हमले के बाद पाकिस्तानी उच्चायुक्त को क्यों आमंत्रित कर रही है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रमुख संरक्षक इंद्रेश कुमार हैं, जो आरएसएस के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन आरएसएस का कहना है कि उसका संगठन से कोई लेना-देना नहीं है।
दरअसल, अपनी इफ्तार दावत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने पंपोर हमले से जुड़े एक सवाल को काफी अपमानजनक तरीके से खारिज कर दिया था। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफ़ज़ल ने कहा कि इस घटना के बाद उन्होंने बासित को निमंत्रण नहीं भेजने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने इफ्तार दावत को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला था...
गौरतलब है कि कांग्रेस ने इस इफ्तार दावत को लेकर केंद्र की बीजेपी-नीत सरकार पर हमला बोला था। सोमवार को कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सवाल किया था कि आरएसएस पंपोर हमले के बाद पाकिस्तानी उच्चायुक्त को क्यों आमंत्रित कर रही है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रमुख संरक्षक इंद्रेश कुमार हैं, जो आरएसएस के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन आरएसएस का कहना है कि उसका संगठन से कोई लेना-देना नहीं है।
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