आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
आरक्षण नीति की समीक्षा करने से जुड़ा एक बयान देने के कारण हाल ही में विवादों में घिरे रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि समाज में जब तक सामाजिक भेदभाव कायम है, तब तक आरक्षण की जरूरत है।
आरएसएस की ओर से किए गए एक ट्वीट में भागवत के हवाले से कहा गया है, 'समाज में जब तक सामाजिक भेदभाव कायम है, तब तक आरक्षण की जरूरत है।' एक अन्य ट्वीट में आरएसएस ने कहा, 'हमें समाज में जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को खत्म करने की खातिर मिलकर काम करने की जरूरत है।'
भागवत ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में आरक्षण की मौजूदा नीति की समीक्षा करने की बात कही थी, जिसकी वजह से उनकी काफी आलोचना हुई थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की अगुवाई वाले महागठबंधन की पार्टियों ने बिहार विधानसभा चुनाव में उनके बयान को बड़ा मुद्दा बना दिया था।
आरएसएस की ओर से किए गए एक ट्वीट में भागवत के हवाले से कहा गया है, 'समाज में जब तक सामाजिक भेदभाव कायम है, तब तक आरक्षण की जरूरत है।' एक अन्य ट्वीट में आरएसएस ने कहा, 'हमें समाज में जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को खत्म करने की खातिर मिलकर काम करने की जरूरत है।'
भागवत ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में आरक्षण की मौजूदा नीति की समीक्षा करने की बात कही थी, जिसकी वजह से उनकी काफी आलोचना हुई थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की अगुवाई वाले महागठबंधन की पार्टियों ने बिहार विधानसभा चुनाव में उनके बयान को बड़ा मुद्दा बना दिया था।
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