नई दिल्ली:
दिल्ली के गांधीनगर इलाके में पांच साल की बच्ची से बलात्कार के मामले में एक और खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपी मनोज ने कहा है कि इस वारदात में उसके साथ एक और शख्स शामिल था। सूत्रों के मुताबिक मनोज ने बताया कि उसने दूसरे आरोपी के साथ शराब पी थी और उसके बाद दोनों ने इस वारदात को अंजाम दिया।
हालांकि, दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने एक वक्तव्य जारी करके उन खबरों का खंडन किया कि दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया गया है या उसकी तलाश की जा रही है।
मासूम के साथ हुए बर्बर बलात्कार के खिलाफ विरोध की लहर पूरे देश में उठ रही है। इस वक्त पीड़ित बच्ची दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। फिलहाल मासूम की हालत स्थिर बनी हुई है और उसकी सेहत में तेजी से सुधार आ रहा है। बच्ची को आईसीयू से बाहर ले आया गया है और डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम उसका इलाज कर रही है।
वहीं, इस घटना के विरोध में राजधानी दिल्ली समेत देश के कई शहरों में प्रदर्शनों का दौर जारी है। आम लोगों के अलावा इन प्रदर्शनों में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
आरोपी का शनिवार को दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में पुलिस ने मेडिकल कराया। पुलिस मनोज को रात करीब साढ़े 11 बजे एक प्राइवेट कार में अस्पताल लेकर आई और उसका मेडिकल कराया। यह प्रक्रिया करीब डेढ़ घंटे तक चली, जिस दौरान उसके खून के नमूने लिए गए और उसके कई टेस्ट हुए। आम लोगों के गुस्से से आरोपी को बचाने के लिए पुलिस ने अस्पताल परिसर के भीतर सुरक्षा के काफी सख्त इंतजाम किए थे।
इससे पहले मनोज को दिल्ली लाए जाने के बाद उससे डीसीपी के दफ्तर में ही पूछताछ हुई। मनोज को पुलिस ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से गिरफ्तार किया था और उसे हवाई जहाज के जरिये पटना से दिल्ली लाया गया। मनोज को दिल्ली हवाई अड्डे से सीधा पूर्वी दिल्ली के डीसीपी के दफ्तर ले जाया गया, जहां उसके साथ कई घंटे तक पूछताछ की गई। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है। पुलिस ने मनोज पर बलात्कार, हत्या का प्रयास और अपहरण की धाराएं लगाई हैं।
हालांकि, दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने एक वक्तव्य जारी करके उन खबरों का खंडन किया कि दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया गया है या उसकी तलाश की जा रही है।
मासूम के साथ हुए बर्बर बलात्कार के खिलाफ विरोध की लहर पूरे देश में उठ रही है। इस वक्त पीड़ित बच्ची दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। फिलहाल मासूम की हालत स्थिर बनी हुई है और उसकी सेहत में तेजी से सुधार आ रहा है। बच्ची को आईसीयू से बाहर ले आया गया है और डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम उसका इलाज कर रही है।
वहीं, इस घटना के विरोध में राजधानी दिल्ली समेत देश के कई शहरों में प्रदर्शनों का दौर जारी है। आम लोगों के अलावा इन प्रदर्शनों में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
आरोपी का शनिवार को दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में पुलिस ने मेडिकल कराया। पुलिस मनोज को रात करीब साढ़े 11 बजे एक प्राइवेट कार में अस्पताल लेकर आई और उसका मेडिकल कराया। यह प्रक्रिया करीब डेढ़ घंटे तक चली, जिस दौरान उसके खून के नमूने लिए गए और उसके कई टेस्ट हुए। आम लोगों के गुस्से से आरोपी को बचाने के लिए पुलिस ने अस्पताल परिसर के भीतर सुरक्षा के काफी सख्त इंतजाम किए थे।
इससे पहले मनोज को दिल्ली लाए जाने के बाद उससे डीसीपी के दफ्तर में ही पूछताछ हुई। मनोज को पुलिस ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से गिरफ्तार किया था और उसे हवाई जहाज के जरिये पटना से दिल्ली लाया गया। मनोज को दिल्ली हवाई अड्डे से सीधा पूर्वी दिल्ली के डीसीपी के दफ्तर ले जाया गया, जहां उसके साथ कई घंटे तक पूछताछ की गई। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है। पुलिस ने मनोज पर बलात्कार, हत्या का प्रयास और अपहरण की धाराएं लगाई हैं।
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