हरिद्वार:
अपने रुख में जाहिरातौर पर कुछ नरमी लाते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने रामलीला मैदान पर हुई कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को व्यक्तिगत रूप से माफ कर दिया है, लेकिन फिर भी वह मानते हैं कि सरकार ने लोकतंत्र को कलंकित करने वाला काम किया है। रामदेव ने अपना अनशन जारी रखने की बात कही है, जबकि अपने समर्थकों से अनशन तोड़ने को कहा है। योगगुरु ने यह भी संकेत दिए कि अगर सरकार की तरफ से कोई संपर्क होता है तो बातचीत के प्रति उनका नजरिया खुला है। रामदेव ने यहां अनशन जारी रखते हुए मीडिया से बातचीत में कहा, हम पर रामलीला मैदान में जो बर्बरता हुई और हत्याएं करने की जो साजिशें हुईं उसके बावजूद हम प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत रूप से माफ करते हैं लेकिन राजनीतिक स्तर पर उन्होंने लोकतंत्र को कलंकित करने का काम किया है। बतौर व्यक्ति प्रधानमंत्री ईमानदार हैं लेकिन अब एक नेता के तौर पर उनकी ईमानदारी पर सवाल उठने लगे हैं। गौरतलब है कि कल प्रधानमंत्री ने रामदेव के समर्थकों पर हुई पुलिस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था, लेकिन कहा था कि कार्रवाई के अलावा कोई और विकल्प भी नहीं था। रामदेव ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने रामलीला मैदान पर कार्रवाई के दौरान सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिये। जो कैमरे बच गये, पुलिस अब उनके फुटेज इकट्ठे कर बर्बरता होने के सबूत नष्ट करने की कोशिश कर रही है। रामलीला मैदान पर कार्रवाई के दौरान घायल हुए लोगों को यहां पतंजलि योगपीठ लाये जाने के बाद योगगुरु ने उनसे मुलाकात की। रामदेव ने कहा कि हम सभी घायलों के इलाज का खर्च खुद उठायेंगे। हम सरकार की दया के पात्र नहीं हैं।
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