खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि देश के कई इलाकों में बाढ़ की वजह से सब्जियों की सप्लाई बाधित हुई है. दिल्ली और दूसरे शहरों में टमाटर और आलू जैसी सब्जियों की बढ़ती कीमतों पर NDTV द्वारा पूछे गया सवाल के जवाब में देश के खाद्य मंत्री ने कहा, 'जुलाई से सितंबर के बीच बारिश और बाढ़ का महीना होता है. अभी चारों तरफ बाढ़ है. अगर कहीं टमाटर या प्याज ज्यादा पैदा होता है तो बाढ़ की वजह से उस इलाके से बाहर ट्रांसपोर्ट नहीं हो पाता है. कई बार 5 रुपये का सामान दिल्ली आते-आते 50 रुपये में बिकने लगता है. इसलिए हमने उसको ओपन कर दिया है कि किसान कहीं भी जाकर अपने सामान बेचे.'
खाद्य मंत्री ने कहा की सरकार ने सब्जियों को एसेंशियल कमोडिटीज एक्ट के दायरे से बाहर रखा गया है, जिससे किसान सब्जियों का उत्पादन और बिक्री अपने फायदे के हिसाब से करे. NDTV के सवाल पर एक वेबिनार में पासवान ने कहा, 'यदि कोई चीज आउट ऑफ कंट्रोल होगी तो हम हस्तक्षेप करेंगे. हम ऐसा कर सकते हैं, लेकिन फिलहाल सब्जियां एसेंशियल कमोडिटीज एक्ट के दायरे से बाहर हैं.'
पासवान ने कहा, 'अभी देश में कोरोना और बाढ़ दोनों का संकट है. जब सिर में घाव होता है तो पांव के घाव को लोग बाद में देखते हैं. अभी कोरोना का संकट चल रहा है सब लोगों का ध्यान कोरोना पर है.' टमाटर की बढ़ती कीमतों पर उपभोक्ता मामलों की सचिव लीना टंडन ने कहा, 'टमाटर की कीमत बढ़ी है. टमाटर की कीमत का एक Cyclical नेचर होता है. टमाटर एक पेरिशेबल कमॉडिटी है. उसकी शेल्फ लाइफ नहीं होती है.'
VIDEO: बरसात में बढ़े सब्जियों के दाम, 80 रु. किलो के पार टमाटर
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