
Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में सत्ता के संघर्ष को लेकर अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)खेमे और सचिन पायलट खेमे की जंग थमने का नाम ले रही है. दोनों खेमों की ओर से एक-दूसरे पर निशाना साधा है इस 'बयान वार' में कई बार भाषा का स्तर काफी नीचे उतरता नजर आ रहा है. राजस्थान के सीएम ने एक बयान के जरिये अपने 'पूर्व' उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) पर वार किया है. ANI के अनुसार गहलोत ने कहा, ' सचिन पायलट बीजेपी के समर्थन से पिछले 6 महीनों से साजिश रच रहे थे. किसी ने भी मुझ पर विश्वास नहीं किया जब मैं कहता था कि सरकार को गिराने की साजिश चल रही है किसी को नहीं पता था कि इस तरह के निर्दोष चेहरे वाला व्यक्ति ऐसा काम करेगा. उन्होंने जोर देकर कहा, 'मैं यहाँ सब्जी बेचने वाला नहीं हूँ, मैं CM: राजस्थान का CM हूं.'
He (Sachin Pilot) was conspiring from past 6 months with BJP's support. Nobody believed me when I used to say that conspiracy is going on to topple govt. Nobody knew that a person with such innocent face will do such thing. I'm not here to sell vegetables, I am CM: Rajasthan CM pic.twitter.com/Kk4TLJZ0v0
— ANI (@ANI) July 20, 2020
"एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है": राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत pic.twitter.com/33lNUJ1xai
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 20, 2020
गहलेात यहीं नहीं रुके. उन्होंने पायलट को निकम्मा और नाकारा तक करार दे दिया. उन्होंने कहा, "एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए. हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है."
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वह सात साल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहे लेकिन किसी ने उन्हें हटाने की मांग कभी नहीं की.गहलोत ने कहा कि इतिहास में यह पहला उदाहरण होगा कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष अपनी ही पार्टी की सरकार को गिराने के षडयंत्र में शामिल रहा. उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘जिस प्रदेशाध्यक्ष पायलट को प्रदेश में इतना सम्मान मिला वह कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने को तैयार हो गया.'' उन्होंने कहा कि बहुमत उनके साथ है और सरकार को कोई दिक्कत नहीं है. गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई. हमें पता था कि यहां कुछ नहीं हो रहा है. हम जानते थे कि वह ''निक्कमा'' और ''नाकारा'' है, फिर भी पार्टी हित को देखते हुए हमने कभी सवाल नहीं उठाया.'' गहलोत ने कहा कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में पायलट का सम्मान कैसे करना है, यह उन्होंने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को सिखाया क्योंकि पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष मायने रखता है. उन्होंने कहा कि किसी ने कभी उनके खिलाफ एक शब्द नहीं बोला फिर भी ‘‘वह व्यक्ति कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने के लिए तैयार हो जाता है.''
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