राजस्थान में जारी सियासी गहमा गहमी के बीच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के कथित फोन टैपिंग मामले में महेश जोशी को नोटिस भेजा है. जोशी को 24 जून को प्रशांत विहार स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर में अपना बयान दर्ज कराना होगा. बताते चलें कि पिछले साल गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके फोन टैप किये जा रहे है. गौरतलब है कि पिछले साल राजस्थान सरकार पर आरोप लगे थे कि वह कांग्रेस के साथ भाजपा नेताओं के फोन टैप करवा रही है.
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट तथा कांग्रेस के 18 अन्य विधायकों ने पिछले साल जुलाई में गहलोत नेतृत्व के खिलाफ बागी तेवर अपना लिये थे, जिसके बाद राज्य में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया था. इस दौरान शेखावत तथा कांग्रेस नेताओं के बीच टेलीफोन पर हुई कथित बातचीत के ऑडियो क्लिप सामने आए थे और फोन टैपिंग विवाद पैदा हो गया था. उस समय गहलोत खेमे के कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेता राज्य सरकार गिराने के लिये विधायकों की खरीद-फरोख्त में संलिप्त हैं.
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केन्द्रीय मंत्री की शिकायत के आधार पर 25 मार्च को दिल्ली पुलिस ने भारतीय टेलीग्राम अधिनियम, 1885 की संबंधित धाराओं और IPC की धारा 409 और 120बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी. प्राथमिकी के अनुसार शेखावत ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि 17 जुलाई 2020 को विभिन्न मीडिया घरानों और अन्य समाचार चैनलों ने कथित रूप से उनके, संजय जैन नामक एक व्यक्ति तथा राजस्थान विधानसभा के सदस्य भंवर लाल शर्मा के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के कुछ अंश प्रसारित किये थे.
इनपुट समाचार एजेंसी भाषा से भी
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