Rajasthan Congress Government Crisis : राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में दोफाड़ होने की खबर के बाद सचिन पायलट की ओर से दावा किया गया था कि उनके पास करीब 30 विधायकों का समर्थन है. इसके बाद गहलोत ने सोमवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई थी, जिसमें व्हिप जारी करते हुए सभी विधायकों को बैठक में मौजूद रहने को कहा गया था. लेकिन इस मीटिंग में न पायलट आए, न ही उनके खेमे के बागी विधायक. मंगलवार को फिर विधायक दल की बैठक रखी गई, लेकिन पायलट और उनके साथी विधायक फिर नहीं आए. इस रुख पर कांग्रेस ने पायलट को डिप्टी सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया. वहीं दो कैबिनेट मंत्रियों- विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा के पद भी छीन लिए गए. बुधवार को पार्टी ने देरी न करते हुए बागी विधायकों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी. इन विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए पार्टी शिकायत लेकर विधानसभा स्पीकर के पास पहुंची, जिन्होंने इन विधायकों को नोटिस भेजकर 17 जुलाई तक जवाब मांगा है.
Rajasthan Congress Government Crisis Updates:
पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे @ashokgehlot51 की अल्पमत वाली सरकार को बचाने का पुरजोर प्रयास कर रही है,राजे द्वारा कोंग्रेस के कई विधायको को इस बारे में फोन भी किए गए !#गहलोत_वसुंधरा_गठजोड@AmitShah @AmitShahOffice @JPNadda @BJP4India @BJP4Rajasthan @RLPINDIAorg
- HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) July 16, 2020
राजस्थान हाईकोर्ट में सचिन पायलट कैंप की अर्जी पर आज शाम 5 बजे डबल बेंच में शुरू होगी सुनवाई
आज शाम या कल फिर सुनवाई हो सकती है. याचिका को खंडपीठ में पेश करना चाहते हैं. मुख्य न्यायाधीश समय व तारीख तय करेंगे. सचिन पायलट व अन्य की ओर याचिका में संशोधन की बात की गई. फिलहाल सुनवाई टल गई.
कोर्ट रूम में जस्टिस सतीश शर्मा पहुंचे. महेश जोशी की ओर से अजीत भण्डारी ने पक्ष रखा. मामले में जोशी की शिकायत पर कार्यवाही हुई है, इसलिए पक्षकार बनाया जाय.
राजस्थान कांग्रेस के बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस भेजे जाने के मामले में सुनवाई शुरू हो गई है.
एनडीटीवी संवाददाता के मुताबिक राजस्थान मामले में सुनवाई के लिए जज कोर्ट पहुंच चुके हैं.
पायलट खेमे की ओर से फिलहाल टॉप के सरकारी वकील मुकुल रोहतगी दलीलें पेश करेंगे. मुकुल रोहतगी को 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद अटॉर्नी जनरल बनाया गया था. वहीं कांग्रेस ने स्पीकर सीपी जोशी का पक्ष रखने के लिए अभिषेक मनु सिंघवी को उतारा है.
सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को राजस्थान विधानसभा स्पीकर की ओर से बुधवार को नोटिस भेजा गया था. स्पीकर ने इन विधायकों को नोटिस भेजकर 17 जुलाई तक जवाब मांगा है.